पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव का विवादों से पुराना नाता है. अपने बेबाक अंदाज की वजह से वो अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. इनदिनों हसनपुर विधायक आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को लेकर दिए गए बयान की वजह से सुर्खियों में हैं. खबर है कि तेज प्रताप के बयान की वजह से जगदानंद सिंह नाराज हैं और दो दिनों से पार्टी कार्यालय नहीं जा रहे.
पत्रकारों पर भड़के तेज प्रताप
इसी क्रम में जब मंगलवार को तेज प्रताप से इस संबंध में पूछा गया तो जवाब देने के बजाय वो पत्रकारों पर खीज गए और उन्हें हड़काना शुरू कर दिया. तेज प्रताप ने गुस्साते हुए पूछा, " आप लोगों को किसने भेजा है. आरएसएस या बीजेपी के लोगों ने भेजा है क्या? नहीं आप लोग बताइए न. इस तरह का काम कीजियेगा तो आप लोग पर पीआईएल करेंगे, हम आप लोगों पर केस करेंगे."
क्या प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह नाराज चल रहे के जवाब में उन्होंने कहा कि जगदानंद सिंह नाराज नहीं हैं. आप सभी इस तरह का अफवाह नहीं फैलाइये. आपके और आपके चैनल के ऊपर हम पीआईएल करेंगे. इस तरह का काम मत कीजिये. बिहार में जो घटनाएं हो रही हैं, उसपर फोकस कीजिये. "
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, रविवार को पार्टी कार्यालय में छात्र आरजेडी की बैठक को संबोधित करते हुए तेज प्रताप ने जगदानंद सिंह पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने भरे मंच से कहा था कि आरजेडी का कोई भी कार्यक्रम हो लोग सिस्टम बनाने लगते हैं. जगदानंद सिंह भी सिस्टम बनाने में लग जाते हैं और हिटलर की तरह बोलने लगते हैं.
तेजप्रताप यादव ने कहा था, “जब मैं पहले पार्टी कार्यालय आता था उस समय और आज में जमीन-आसमान का फर्क है. जब पिता जी थे तो पार्टी कार्यालय का गेट हमेशा खुला रहता था. विरोधियों द्वारा फंसाने के बाद जब पिता जी उधर गए तो उसके बाद से कुछ लोग अपने-अपने तरीके से मनमानी करने लगे हैं. जब वो मनमानी करने लगे तो हमने मिमिक्री करना चालू कर दिया. ये मनमानी है, ये कुर्सी किसी की बपौती नहीं है, कुर्सी किसी का नहीं हुआ. हम भी मंत्री थे हमें भी अपने पद से हटना पड़ा. इसलिए कुर्सी किसी का नहीं है.”
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