पटनाः राजनीति के रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) बहुत जल्द अपनी पार्टी का गठन कर सकते हैं. खास बात है कि वे इसकी शुरुआत बिहार से करेंगे. प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. इसको लेकर जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से सवाल किया गया तो उन्होंने अलग अंदाज में ही जवाब दिया. तेजस्वी यादव ने मंगलवार को कहा कि वो प्रशांत किशोर की खबर ही नहीं देखते हैं, ना सुनते हैं.  


इधर, बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि प्रशांत किशोर का गृह राज्य तो बिहार ही है. वे हर चीज का प्रयोग भी यहीं से करते हैं, लेकिन प्रयोग के बाद उस प्रयोगशाला से क्या निकलता है वह सबने देखा है. इस तरह के राजनीतिक दल और कई चीजों का कभी गठन कभी विघटन ये सब चलता रहता है. इन सब से बिहार की राजनीति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ने वाला है. 


डिप्टी सीएम से एक सवाल पर कि 2014 में केंद्र की सरकार बनी थी तो रणनीतिकार के रूप में बीजेपी की तरफ से वही थे इस पर उन्होंने हंसते हुए कहा कि जो कोई वजूद में नहीं है उसपर अनावश्यक टिप्पणी करने से क्या फायदा.


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प्रशांत किशोर को लेकर सियासी गलियारे में चर्चा तेज


बता दें कि प्रशांत किशोर को लेकर सियासी गलियारे में चर्चा तेज है. 2014 में प्रशांत किशोर का रणनीतिकार के रूप में सहयोग लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार केंद्र में आई थी. उस समय प्रशांत किशोर ने स्लोगन दिया था "मोदी है तो मुमकिन है" जो जनता को बहुत चर्चित रहा था.


2015 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रशांत किशोर का रणनीतिकार के रूप मे सहयोग लिया था और नीतीश कुमार आरजेडी के साथ गठबंधन कर चुनाव जीते थे. उस समय प्रशांत किशोर ने स्लोगन दिया था "अबकी बार नीतीशे कुमार". ऐसे में बिहार के शीर्ष नेताओं की ओर से प्रशांत किशोर को तजब्बो नहीं देना कितना सही है यह वक्त बताएगा.


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