पटना: छपरा में जहरीली शराब से मौत के बाद शराब के मुद्दे पर घमासान छिड़ा हुआ है. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी (BJP) लगातार सरकार को घेर रही है. वहीं, बीजेपी के आरोप पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा (Sanjay Kumar Jha) ने जवाब दिया. उन्होंने कहा कि शराबबंदी (Liquor ban in Bihar) का प्रभाव समाज में सकारात्मक है. इससे महिलाओं के जीवन में बदलाव आया है. कुछ लोग इसको लेकर सिर्फ माहौल खराब करना चाहते हैं. बीजेपी पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि उनलोगों को खुलकर बोलना चाहिए न कि शराबबंदी खत्म कर देनी चाहिए. इसको वे लोग क्यों नहीं बोलते हैं?


इस मुद्दे पर कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं- संजय झा


संजय झा ने कहा कि शराबबंदी का समाज में व्यापक सकरात्मक असर है. कुछ लोग इसको मुद्दा बनाकर नेगेटिव दिखा रहे हैं. इस पर राजनीति कर रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार भी बोल चुके हैं कि सौ प्रतिशत किस कानून से सबकुछ ठीक हो गया है. बिहार में शराबबंदी का ही असर है कि घरेलू हिंसा 37 प्रतिशत कम हुई है. इसको लेकर सर्वे का रिपोर्ट आ चुकी है. नीतीश कुमार को इससे कोई व्यक्तिगत लाभ नहीं है, ये बिहार के लोगों के लिए है. इसके साथ ही उन्होंने पूछा कि जिस प्रदेश में शराबबंदी नहीं है, क्या वहां जहरीली शराब से मौतें नहीं हुई हैं.


बीजेपी और सरकार आमने- सामने


बता दें कि कुछ दिन पहले छपरा में जहरीली शराब से 80 से ज्यादा लोगों की मौत की बात सामने आई थी. इस घटना के बाद शराबबंदी को लेकर इन दिनों बिहार में खूब बयानबाजी हो रही है. बीजेपी और महागठबंधन में लगातार आरोप- प्रत्यारोप जारी है. बीजेपी इस मुद्दे पर सरकार को हर तरफ से घेर रही है. बीजेपी सरकार पर आरोप लगा रही है कि सरकार शराबबंदी लागू करने में फेल है. वहीं, मुआवजा के मामले पर बीजेपी और सरकार आमने-सामने है. बीजेपी पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग कर रही है. वहीं, सरकार मुआवजा नहीं देने पर अड़ी हुई है.


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