पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बीजेपी पर कई आरोप हुए एनडीए से मंगलवार को किनारा कर लिया. राजनीतिक गलियार में इसकी भनक तो पहले ही लग चुकी थी कि कुछ बड़े बदलाव होने के संकेत हैं लेकिन मंगलवार को इस पर मुहर भी लग गई. नीतीश कुमार का कहना था कि एनडीए के साथ अब काम करना संभव नहीं था. वहीं ललन सिंह ने कह दिया कि छुरा घोंपने का का किया गया है. ऐसे तमाम चीजों को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा के सदस्य सुशील कुमार मोदी ने जवाब दिया है.
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि हम किसी सहयोगी को नहीं तोड़ते. हम लोगों ने उन्हीं को तोड़ा है जिन्होंने हमें धोखा दिया है. जैसे महाराष्ट्र. महाराष्ट्र में शिवसेना ने हमें धोखा दिया और परिणाम भुगतने पड़े. सुशील मोदी ने कहा- "नीतीश कुमार को आरजेडी में वह सम्मान नहीं मिलेगा जो उन्हें बीजेपी में रहते हुए मिला था. हमारे पास ज्यादा सीट थी इसके बावजूद उन्हें सीएम बनाया और कभी उनकी पार्टी को तोड़ने की कोशिश नहीं की. हमने तो उन्हें ही तोड़ा जिन्होंने हमें धोखा दिया. महाराष्ट्र में शिवसेना ने हमें धोखा दिया और परिणाम भुगतने पड़े."
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'झूठा आरोप कि जेडीयू को तोड़ना चाहती थी बीजेपी'
महाराष्ट्र और शिवसेना का उदाहरण देते हुए सुशील कुमार मोदी ने किस ओर इशारा किया है यह देखने वाली बात होगी. इसके पहले सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को ट्वीट नीतीश कुमार और जेडीयू की ओर से लगाए जा रहे कई को जवाब दिया था. उन्होंने लिखा- "यह सरासर सफेद झूठ है कि भाजपा ने बिना नीतीश जी की सहमति के आरसीपी को मंत्री बनाया था. यह भी झूठ है कि भाजपा JDU को तोड़ना चाहती थी. तोड़ने का बहाना खोज रहे थे. भाजपा 2024 में प्रचंड बहुमत से आएगी."
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