सहरसा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी से लगातार छोटे से लेकर बड़े नेताओं तक का इस्तीफा जारी है. नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (JDU) को एक बार फिर झटका लगा है. जनता दल यूनाइटेड से सहरसा जिले की महिला अध्यक्ष अर्चना आनंद ने मंगलवार (2 मई) को अपने पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. अर्चना आनंद ने पार्टी को इस्तीफा सौंपने के बाद जेडीयू और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.
'जेडीयू ने खो दिया जनता का विश्वास'
अर्चना आनंद ने कहा कि जिस जंगलराज के खिलाफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सत्ता में आए थे, आज उसी जंगलराज के वारिसों के साथ हाथ मिलाकर उन्होंने बिहार की जनता के साथ छल किया है. इसके लिए बिहार की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी. अर्चना आनंद ने कहा कि जो कहते थे, हमें न अपराध बर्दाश्त है और न भ्रष्टाचार, अब वे उन्हीं को सत्ता सौंपना चाहते हैं. बिहार की जनता का भरोसा जेडीयू ने खो दिया है.
पार्टी छोड़ने के पीछे की वजह भी बताई
पार्टी और नीतीश कुमार पर हमला करते हुए आगे अर्चना आनंद ने कहा कि खासकर संगठन में महिलाओं को जो सम्मान मिलना चाहिए, वह अब नहीं दिया जा रहा है. इस वजह से उन्हें आज पार्टी से इस पद को छोड़ना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जिस शराबबंदी का ढोल पीटा जा रहा है उसकी पोल खुल चुकी है. शराब हर जगह मिल रही है. शराब के नशे में महिलाओं को प्रताड़ित भी किया जा रहा है. आए दिन हत्या और उत्पीड़न की घटना ने बिहार को आज फिर से उस दौर में पहुंचा दिया है जहां से निकलने के लिए जनता ने नीतीश कुमार को कुर्सी दी थी.
अर्चना आनंद ने कहा कि बिहार की जनता को आज एक बार फिर से सावधान होने की जरूरत है क्योंकि चाचा-भतीजा की सरकार में बिहार की दुर्गति लगातार जारी है. इनकी सरकार में न अब न्याय है और न ही विकास है. ना ही महिलाओं का सम्मान है और न ही गरीबों को उनका हक मिल रहा है.
यह भी पढ़ें- Bihar: नीतीश का मैराथन दौड़, बंगाल और UP के बाद चले ओडिशा, झारखंड में हेमंत सोरेन से मिले CM के 'राइट हैंड'