पटनाः कुछ दिन पहले ही पटना में परशुराम जयंती कार्यक्रम के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भूमिहार समाज को लेकर बयान दिया था इस पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा के सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने पलटवार किया है. उन्होंने भूमिहार समाज को लेकर बयान भी दिया है साथ ही लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और राबड़ी देवी (Rabri Devi) के शासनकाल को लेकर हमला भी बोला है.


सुशील मोदी ने कहा कि ब्राह्मण-भूमिहार समाज को बीजेपी ने हमेशा यथोचित सम्मान दिया है. वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में भूमिहार समाज के 15 और  ब्राह्मण समाज के 11 ( कुल 26) लोगों को पार्टी ने टिकट दिया जबकि आरजेडी ने इन दोनों जातियों का अपमान करते हुए केवल एक टिकट दिया था. बीजेपी ने ही भूमिहार समाज को पहली बार केंद्रीय मंत्री का पद दिया. बिहार में बीजेपी कोटे से आज दो कैबिनेट मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष इसी समुदाय से हैं.


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'उस दौर को भुलाया नहीं जा सकता'


लालू-राबड़ी राज को लेकर सुशील मोदी ने कहा कि उस समय भूमिहार-ब्राह्मण समाज का जितना अपमान-उत्पीड़न हुआ उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. उस दौर में जाति पता कर इनका नरसंहार हुआ और इन्हें पलायन के लिए मजबूर किया गया था. ऊंची जातियों को 10 फीसद आरक्षण देने का विरोध करने वाली लालू प्रसाद की पार्टी आज किस मुंह से भूमिहार-ब्राह्मण समाज की हितैषी बन रही है?


'सम्मान देने में नहीं होगी कोई कमी'


विधान परिषद का एक चुनाव या उपचुनाव किसी दल पर किसी समाज के भरोसे का एकमात्र पैमाना नहीं हो सकता. सबको पता है कि परिषद के चुनाव किस आधार पर होते हैं. हाल के चुनावों में यदि पार्टी से कोई गलती हुई, तो उसे सुधारा जाएगा और सम्मान देने में कोई कमी नहीं की जाएगी. 


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