पटना: बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav ने सोमवार को बीजेपी (BJP) पर जमकर हमला बोला. उन्होंने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Revenue and Land Reforms Department, Government of Bihar) में तबादले पर रोक को लेकर नीतीश सरकार (Nitish Govt) पर भी तंस कसते हुए कहा कि बीजेपी और जेडीयू में कई मुद्दों पर मतभेद है. बस सत्ता के लिए दोनों दल साथ में हैं. वहीं, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री राम सूरत राय (Ram Surat Rai) के बयान पर तेजस्वी यादव ने कहा कि 17 साल से राजस्व व भूमि सुधार विभाग बीजेपी के पास है. इस दौरान विभाग में भू माफिया को हावी बीजेपी ने कराया या जेडीयू ने इसका जवाब रामसूरत राय को देना चाहिए.


बता दें कि पहले भी इस मुद्दे पर आरजेडी ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. तब आरजेडी प्रवक्ता शक्ति यादव ने कहा था कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में हुए तबादलों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोक लगाई है. इससे साफ स्पष्ट होता है कि इसमें बड़े लेबल पर धांधली हुई है. उन्होंने कहा कि बिहार में सभी विभागों में भ्रष्टाचार पूरी तरह से कायम है. जब पूरा पेड़ ही सड़ी हुआ है तो टहनी को काट कर सीएम क्या साबित करना चाहते हैं? जो मूल जड़ है, जहां साफ-साफ भ्रष्टाचार उगता है, उसपर सीएम को हमला करना चाहिए. साथ ही मंत्री राम सूरत राय पर कार्रवाई करनी चाहिए.


ये भी पढ़ें- PM Modi in Patna: कल पटना में करीब 2 घंटे रहेंगे पीएम मोदी, जानें बिहार विधानसभा शताब्दी समारोह का मिनट टू मिनट प्रोग्राम


तबादले पर रोक के बाद मंत्री ने क्या कहा?


वहीं, तबादलों पर रोक से बीजेपी कोटे के मंत्री राम सूरत राय नाराज हैं. उन्होंने कहा कि अपने समझ से तबादला किया था. मुख्यमंत्री हमारे मुखिया हैं. उनका विशेषाधिकार है. उनके हर फैसले को हमको मानना है, लेकिन जैसे हम जनता दरबार लगाकर लोगों के बीच जाते थे, अब नहीं जाएंगे. जब विभाग के अंदर मंत्री को स्वतंत्र अधिकार नहीं मिल सकता है तो विभाग चलाना मुश्किल है. उन्होंने कहा कि राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में भू माफिया पूरी तरह हावी हैं, जिसका मैंने कमर तोड़ा है. वही माफिया अब मेरा विरोध कर रहे हैं.


30 जून को हुआ था तबादला


बता दें राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा किए गए तबादले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रोक लगा दी है. तबादले में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की शिकायत मिली थी. बीजेपी कोटे से मंत्री राम सूरत राय के पास यह विभाग है. उनके इस फैसला को सीएम नीतीश ने पलट दिया है. 30 जून को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से अंचलाधिकारी, बंदोबस्त पदाधिकारी, चकबंदी पदाधिकारी समेत प्रभारी पदाधिकारियों का बड़े स्तर पर तबादला किया गया था. इसमें गड़बड़ी की शिकायत मिलने के बाद इस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने का आदेश दे दिया गया है.


ये भी पढ़ें- Presidential Election 2022: 15 जुलाई को पटना आ रहे हैं यशवंत सिन्हा, महागठबंधन के MLA-MLC के साथ करेंगे बैठक