पटना: बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद सरकार को लगातार बीजेपी घेर रही है. सदन में चले शीतकालीन सत्र के दौरान यही मुद्दा बना रहा. मुआवजे की मांग को लेकर भी खूब हंगामा हुआ. बीजेपी का कहना है कि बिहार में शराबबंदी कानून फेल है. सोमवार को बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) बीजेपी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि बीजेपी ये खुलकर कह दे कि बिहार में शराबबंदी कानून को खत्म कर दिया जाए.


तेजस्वी यादव ने कहा कि आंकड़ों से ये स्पष्ट है कि भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में अधिक मृत्यु हुई है मगर वहां ये लोग खामोश हैं. ये लोग आज जगे हैं क्या? चार महीने पहले कहां थे? तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर ये लोग शराबबंदी कानून को हटाना चाहते हैं तो खुल कर बोलें. बीजेपी से कहा कि खुलकर कहिए कि जो शराबबंदी कानून है उसे हटाया जाए. तेजस्वी ने कहा कि बोलते हैं नशामुक्ति होनी चाहिए. शराबबंदी अच्छी चीज है. बीजेपी के कथनी और करनी में अंतर है.


हम शराबबंदी कानून हटाने के पक्ष में नहीं: बीजेपी


आपको बता दें कि बीजेपी लगातार जहरीली शराब से हुई मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रही है. साथ शराबबंदी कानून पर समीक्षा करने की बात कह रही है. आरोप है कि प्रशासनिक स्तर पर यह कानून फेल है. बीजेपी का यह भी कहना है कि वो शराबबंदी कानून को हटाने के पक्ष में नहीं है. कई बार यह बात सुशील कुमार मोदी भी कह चुके हैं. 


सोमवार को ही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि जो दस साल की सजा है वह पुलिस पर होनी चाहिए. जब तक पुलिस पर 10 साल की सजा नहीं होगी तब तक शराब नहीं रुकेगी. हर हालत में इन गरीबों को नीतीश कुमार को मुआवजा देना चाहिए. यह सब पुलिस के साथ मिलकर धंधा हो रहा है. पुलिस पर हत्या का मुकदमा क्यों नहीं चल रहा है?


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