पटना: बिहार में हर साल 20 से भी अधिक जिले के लोग बाढ़ (Bihar Flood) की विभीषिका झेलते हैं. वहीं, बाकी जिलों के लोग सुखाड़ की मार सहते हैं. इसी प्राकृतिक आपदा के समाधान की व्यवस्था करने को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को पत्र लिखा था. पत्र लिखकर उन्होंने मुख्यमंत्री से बाढ़-सुखाड़ के मुद्दे पर एक शिष्ठ मंडल गठित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात के लिए समय मांगने की मांग की थी. साथ ही राज्य में नदियों को जोड़ने और बांध व नहर बनाने की योजना को राष्ट्रीय योजना घोषित करने की मांग की थी.
नीतीश कुमार ने तेजस्वी पर कसा तंज
हालांकि, तेजस्वी की इस मांग पर संज्ञान ना लेते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्र नहीं मिलने की बात कहकर तेजस्वी पर तंज कसा था. साथ ही उन्हें नसीहत भी दी थी. ऐसे में गुरुवार को फिर एक बार ट्वीट कर तेजस्वी ने अपनी मांग दोहराई है. वहीं, केंद्र और राज्य सरकार पर बाढ़ के समाधान में लापरवाही करने का आरोप लगाया है.
ट्वीट कर साधा निशाना
तेजस्वी ने कहा कि केन्द्र और राज्य सरकार बाढ़ के स्थायी और ठोस समाधान की दिशा में कोई ईमानदार कोशिश नहीं कर रही है. हमने मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) से अनुरोध किया है कि पीएम से मिलकर नदियों को जोड़ने, बांधों और नहरों को बनाने की सभी योजनाओं को केंद्र सरकार से राष्ट्रीय योजना घोषित कराने की मांग की जाए.
मालूम हो कि तेजस्वी ने इस बाबत कल मुख्यमंत्री को पत्र लिखा था. लेकिन उन्होंने पत्र मिलने की बात को नकारते हुए कहा था कि हमें कोई पत्र नहीं मिला है. पत्र हमें मिलता कहां है. पत्र तो हमसे पहले मीडिया को मिल जाता है. पत्र मिलेगा तब न पढ़ेंगे. मीडिया को पत्र देने से नहीं चलेगा. हालांकि, तेजस्वी की मांगों को सुनकर नीतीश कुमार ने दावा करते हुए कहा था कि बाढ़ प्रबंधन के लिए सरकार लगातार काम कर रही है. केंद्र की टीम ने भी आकर मुआयना किया है.
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