पटना: पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे और हसनपुर विधायक तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) जो कृष्ण भक्त हैं ने जन्माष्टमी के अवसर पर पटना के कई चौक चौराहों पर पोस्टर लगवाया. पोस्टर के जरिए उन्होंने राज्यवासियों को जन्माष्टमी की शुभकामनाएं दीं. हालांकि, पोस्टर से तेज प्रताप और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के बीच की दूरियां भी खुल कर सामने आ गई. पोस्टर से ये स्पष्ट हो गया कि दोनों भाइयों रिश्ते में खटास आ गई है.


 पोस्टर से तेजस्वी की तस्वीर गायब


दरअसल, खुद को 'कृष्ण' और अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को 'अर्जुन' कहने वाले तेज प्रताप के पोस्टरों से तेजस्वी यादव की तस्वीर गायब है. पोस्टर में उनके पिता आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव और मां राबड़ी देवी (Rabri Devi) नजर आ रही हैं. खुद तेजप्रताप यादव भी इस पोस्टर में हैं. लेकिन तेजस्वी को पोस्टर में जगह नहीं दी गई है. 




बता दें कि आरजेडी में पिछले कई दिनों से पोस्टर वार जारी है. पोस्टर विवाद में ही छात्र आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव (Akash Yadav) को पदमुक्त कर दिया गया था. दरअसल, छात्र आरजेडी की बैठक होनी थी. इस बाबत पार्टी कार्यालय के बाहर पोस्टर लगाए गए थे. पोस्टर में तेज प्रताप, लालू यादव, राबड़ी देवी और आकाश यादव की तस्वीर तो थी, लेकिन उसमें तेजस्वी यादव नहीं थे. 


नहीं बन पाई दोनों भाइयों के बीच बात


इस पोस्टर को लेकर इतना विवाद हुआ कि आकाश यादव को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. इस बात से नाराज होकर आकाश पारस गुट के एलजेपी (LJP) में शामिल हो गए. इधर, पार्टी में जारी उठा-पटक के बीच तेज प्रताप दिल्ली गए थे. जहां उन्होंने अपने पिता लालू यादव से मुलाकात की. पिता ने दोनों भाइयों के बीच सुलह करवाने की कोशिश भी की. लेकिन दिल्ली से लौटने के बाद तेज प्रताप ने जो पोस्टर लगवाए हैं, उससे ये साफ हो गया है कि दोनों भाइयों के बीच बात बनी नहीं है.


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