पटनाः बिहार की दो विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को उप चुनाव होने वाला है. इसको लेकर पार्टी के प्रचारक मैदान में उतर चुके हैं. आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) के बीच मचे बवाल को लेकर सोमवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि कांग्रेस के लोगों को धैर्य रखना चाहिए था. उन्होंने कहा, “हमने कभी किसी को बाहर नहीं किया, दिल से अपनाया है. लालू यादव (Lalu Yadav) के आशीर्वाद से ही दूसरी बार मुख्यमंत्री जी जीवित हुए 2015 में, हम थोड़े ना किसी को भगाए थे.”


बिहार में उप चुनाव को लेकर तेजस्वी यादव ने सोमवार को एबीपी से खास बातचीत में कहा कि जब जनता ने आशीर्वाद दे दिया तो चुनौती कहां रही और ये आरजेडी की लड़ाई नहीं जनता और सरकार के बीच की लड़ाई है. 19 लाख लोगों के रोजगार का वादा किया गया था, कितनों को रोजगार दिया? महंगाई डायन लगती थी पर इनको महबूबा नजर आ रही है. किसान हो या मजदूर हो इन्हें कोई काम नहीं मिल रहा है. सिंचाई की अलग समस्या है.


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कमर तोड़ महंगाई के साथ कमर तोड़ सड़क


तेजस्वी यादव ने कहा कि अभी कुशेश्वर स्थान बाढ़ ग्रसित इलाका है जहां सड़क तक नहीं है. यहां कमर तोड़ महंगाई के साथ कमर तोड़ सड़क है. चीफ जस्टिस ने गया लौटने पर कहा था बड़ा बुरा हाल है सड़कों का, यानी लोगों को बुनियादी चीज भी नहीं मिली. उन्होंने बोलने के अलावा और भय फैलाने के अलावा क्या किया है. जनता ने तो नकार दिया था 70 से 40 पर आ गए. हम पूछते हैं उप चुनाव क्यों हो रहा है? स्वास्थ्य व्यवस्था बदइंतजामी के कारण ही, स्वास्थ्य विभाग को बर्बाद कर दिया. अपने ही विधायक को अस्पताल में भर्ती नहीं करा पाए. नीतीश कुमार ने इतना विकास किया तो शशिभूषण हजारी दिल्ली क्यों एडमिट थे?  किस मुंह से यहां आकर वोट मांग रहे हैं? सीएजी की रिपोर्ट को देखें तो दो लाख करोड़ का हिसाब अबतक नहीं दिया गया.


तेजस्वी ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में लालू यादव का स्वास्थ्य ठीक नहीं था इसलिए वह नहीं आए. आनन-फानन में रांची से दिल्ली ले जाकर उनका इलाज कराया गया. वो मास लीडर हैं, तो उन्हें मास से दूर कैसे करेंगे? अब वो खिंचे हुए आ गए हैं. डॉक्टरों ने कई बार मना किया लेकिन लालू यादव का प्यार है जनता के प्रति, वो जल्द से जल्द जनता के बीच जाना चाहते हैं.



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