नालंदा: जिले के एकंगरसराय में एक सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर उपेंद्र कुशवाहा ने हमला बोला. विरासत बचाओ नमन यात्रा के दौरान जेडीयू के पूर्व नेता नालंदा पहुंचे जहां उन्होंने मुख्यमंत्री के शुरुआती दौर के कार्यों की सराहना की. वहीं उन्होंने तेजस्वी यादव को बिहार का कमान सौंपने के फैसले पर सवाल उठाया और कहा कि नीतीश कुमार ने ही सूबे को आरजेडी से बचाया था. अब फिर राज्य को उनके हाथ सौंपना चाह रहे. लालू परिवार को सीबीआई कोर्ट से राहत मिली, इस पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वो तो जांच की प्रक्रिया है. जांच की प्रक्रिया में क्या निर्णय लेना है नहीं लेना है वो कोर्ट का मामला है.


जिससे बिहार को बचाया उसी हाथ में फिर सत्ता सौंप रहे


उन्होंने कहा कि जब बिहार में अराजकता का माहौल था, बिहार की जनता आरजेडी से परेशान थी, उस समय 14 साल के संघर्षों के बाद नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से मुक्ती दिलाई थी.कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार के अच्छे कार्यों को इतिहास में लिखा जाएगा, लेकिन बिहार के बागडोर को तेजस्वी के हाथों देने पर उन्होंने सवाल खड़ा किया. कुशवाहा ने एक बार फिर सभा में नीतीश कुमार के निर्णय पर सवाल उठाया. 


उन्होंने कहा कि उनके राजनीति के अंतिम क्षण का यह निर्णय मुझे दुःखी किया संभवतः (नालंदा की जनता ) आप लोग को भी निश्चित तौर पर दुःख हुआ होगा. नीतीश कुमार ने बिहार को उन्हीं हाथों में सौंपने का फैसला लिया जिस अराजकता से बिहार को बचाने का काम किया था. 2005 से पहले बिहार को जिस पार्टी ने तोड़ कर मरोड़ कर बर्बाद कर दिया था, नीतीश कुमार फिर से उसी  हाथ में बिहार का बागडोर देने की घोषणा कर दिए हैं, यह बहुत दुख की बात.


'मैंने नीतीश कुमार को समझाने का प्रयास किया'


आगे कहा कि नीतीश कुमार के डिसीजन को सुनने के बाद मैंने उन्हें कई बार समझाने का प्रयास किया. व्यक्तिगत रूप से या कई दफे मंच से भी मैंने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन नीतीश कुमार ने मेरी एक नहीं सुनी. उन्होंने यहां तक कह दिया कि उपेंद्र कुशवाहा को जहां जाना है चले जाएं. मेरा निर्णय नहीं बदलेगा. तब मैंने कहा था मैं जाऊंगा तो अपना हिस्सा लेकर जाऊंगा. 


'जेडीयू को आरजेडी के पास गिरवी रख दिया'


कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जेडीयू को राष्ट्रीय जनता दल के हाथों गिरवी रखने का काम किया, लेकिन बिहार को गिरवी रखिएगा तो हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसी विरासत को बचाने के लिए यहां आए हैं और लोगों से अपील करते हैं कि बिहार को बचा लीजिए. उपेंद्र कुशवाहा ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता में रहकर कहा था कि हम भ्रष्टाचार से संभवत नहीं करने वाले हैं लेकिन उन्होंने किया.


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