सुपौल: जेडीयू (JDU) से निकलने के बाद आरसीपी सिंह (RCP Singh) की बिहार यात्रा की घोषणा के साथ ही पार्टी के भी होश उड़ गए हैं. सुपौल में शुक्रवार को जेडीयू ने अपनी कार्यकारिणी की आपात बैठक बुलाकर एक तरफ उन्हें सुपौल में न आने की सलाह दी तो दूसरी ओर चेतावनी के लहजे में कहा कि वो सुपौल में आते हैं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. इस दौरान इस बैठक में आरसीपी सिंह पर पार्टी के नेताओं ने धोखा देने का भी आरोप लगाया.


पार्टी के सुपौल जिलाध्यक्ष राजेंद्र यादव ने बैठक के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सुपौल की धरती बिजेंद्र यादव की धरती है. यहां की जनता का प्यार मंत्री बिजेंद्र यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के प्रति है. अगर आरसीपी सिंह सुपौल आते हैं तो उन्हें इसका अंजाम भी भुगतना होगा. उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री ने आरसीपी सिंह को फर्श से अर्श तक पहुंचाया. पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया. वो धोखा देकर केंद्रीय मंत्री बन गए. आज उन्हीं के प्रति गलत बयानबाजी कर रहे हैं. रामचंद्र प्रसाद सिंह की गलत बयानबाजी को लेकर एक निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया है. साथ ही आज शुक्रवार को बिहार के 38 जिले में जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक हो रही है.


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पार्टी को सता रहा टूट का डर


बता दें कि जब से आरसीपी सिंह जेडीयू से बाहर हुए हैं तब से पार्टी के अंदर टूट का डर सता रहा है. साथ ही उनकी यात्रा से हड़कंप है कि कहीं कार्यकर्ताओ में उनकी यात्रा से टूट न पड़ जाए. क्योंकि जेडीयू का एक धरा सीएम नीतीश कुमार के आरजेडी से हाथ मिलाने का अंदर-अंदर विरोधी भी है जो अब धीर-धीरे सामने भी आने लगा है. वहीं विपक्ष से लेकर सत्ता पक्ष के विधायक भी दागी मंत्रियों की सूची बनाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाब बनाने में लगे हैं.


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