पटना: आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की ओर से कथित तौर पर जेल से एनडीए विधायक को कॉल कर सरकार गिराने की साजिश रचने का मामला सामने आने के बाद सूबे का सियासी पारा चढ़ गया है. इस मामले के सामने आने के बाद एक बाद एक कई तरह बातें सामने आ रही हैं. पीरपैंती विधायक ललन पासवान के साथ-साथ वीआईपी सुप्रीमो मुकेश साहनी और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने भी लालू यादव द्वारा कॉल कर उन्हें प्रलोभन देने की बात कही है.


अब इस फेहरिस्त में पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का भी नाम जुड़ गया है. पार्टी सूत्रों की मानें तो लालू यादव ने सुशील मोदी को भी आरजेडी में आने का ऑफर दिया है. सूत्रों के अनुसार जब ललन पासवान को कॉल आने के बाद सुशील मोदी ने वापस उसी नंबर पर कॉल बैक किया तो लालू यादव ने फ़ोन उठाया और कहा कि आपको बीजेपी ने डंप कर दिया. इस पर मोदी ने कहा आप तो जेल में बंद हैं फिर भी आप फोन कर रहे हैं. इसपर लालू ने कहा हम भी डंपिंग में हैं आ जाओ मेरे साथ. अब हमलोग मार्ग दर्शक मंडली में आ गए हैं. इसका जवाब सुशील मोदी ने लालू से कहा हमारे विधायकों को कॉल करना बंद करिए. ऐसी गंदी राजनीति मत करिए. इतना कहकर उन्होंने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया.


दरअसल, जब बीजेपी विधायक ललन पासवान को रांची रिम्स के डायरेक्टर बंगले में रह रहे सजायाफ्ता लालू ने कथित तौर पर फोन किया तब वह सुशील मोदी के घर पर ही थे. लालू ने ललन पासवान से बिहार विधान सभा में स्पीकर पद के चुनाव में अनुपस्थित होने के बदले मंत्री पद देने का प्रलोभन दिया था. यहां तक कि लालू ने कहा कि ललन पासवान कोरोना बीमारी का बहाना बनाकर सदन से अनुपस्थित हो जाएं. लेकिन ललन पासवान ने न सिर्फ इनकार कर दिया बल्कि इसकी सूचना तुरन्त अपने नेता सुशील मोदी को दे दी.


सूत्रों की मानें तो इसके बाद सुशील मोदी ने कॉल की जांच के लिए जिस मोबाइल नंबर से फोन आया था उस पर फोन कर दिया. उधर से जिस शख्स ने फोन उठाया उसे मोदी ने कहा कि वह सुशील मोदी बोल रहे हैं, जिसके बाद लालू ने नाम सुनते ही फोन उठा लिया और यह सब बातें कही.