Bihar Politics: भाई प्रिंस राज पर हुआ सवाल तो चिराग पासवान खुद को बताने लगे निर्दोष, कही यह बात
एलजेपी सांसद प्रिंस राज पर एक लड़की ने दुष्कर्म के मामले में आरोप लगाया है. बीते बुधवार को चिराग पासवान खगड़िया के लिए निकल रहे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से कई बातें कहीं.
पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के सांसद प्रिंस राज (Prince Raj) के खिलाफ दुष्कर्म के आरोपों को लेकर दिल्ली की एक अदालत के आदेश पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. इस मामले में एलजेपी सांसद चिराग पासवान (MP Chirag Paswan) ने भाई प्रिंस राज (Prince Raj) को लेकर अपना पक्ष रखा है. चिराग पासवान ने कहा कि वही वो शख्स हैं जिसने दोनों को बुलाकर कहा था कि पुलिस के पास जाइए. उन्होंने कहा कि उनका भी नाम इस मामले में आया है, लेकिन वो दोषी नहीं हैं और ना ही वो कोई अथॉरिटी हैं जो इस बात पर कुछ कहें.
दरअसल, बीते बुधवार को खगड़िया जाने से पहले चिराग पासवान ने सारी बातें कहीं. चिराग ने कहा कि गांव के लोगों की इच्छा थी कि खगड़िया में भी एक बरसी का कार्यक्रम किया जाए, इसलिए वह जा रहे हैं. वहीं, इसके पहले रामकृपाल यादव के छोटे बेटे और टीम अभिमन्यु के संस्थापक अभिमन्यु यादव ने भी बुधवार को चिराग से मुलाकात की. काफी देर तक बंद कमरे में बातचीत हुई.
‘अभिमन्यु यादव अभी मन में छोटे भाई जैसे’
बता दें कि अभिमन्यु यादव (Abhimanyu Yadav) बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव (MP Ram Kripal Yadav) के छोटे बेटे हैं. बंद कमरे में मुलाकात करने के बाद चिराग पासवान के साथ अभिमन्यु यादव भी आशीर्वाद यात्रा में खगड़िया भी साथ चले गए. चिराग पासवान से जब इस मामले में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभिमन्यु यादव अभी मन में उनके छोटे भाई जैसे हैं.
रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की मांग
उधर, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के बिहार प्रदेश मीडिया प्रभारी कृष्ण सिंह कल्लू ने बुधवार को मीडिया को जानकारी दी कि चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) को चिट्ठी लिखकर अपने पिता रामविलास पासवान को भारत रत्न देने की अनुशंसा केंद्र सरकार से करने की मांग की है.
कृष्ण सिंह कल्लू के मुताबिक रामविलास पासवान की बरसी पर खगड़िया जिला स्थित शहरबन्नी गांव पहुंचे चिराग पासवान ने कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर रामविलास पासवान की जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित किए जाने की मांग की है, ताकि आने वाली पीढ़ियां उन्हें जान सकें. वह हर जिले में रामविलास पासवान की आदमकद प्रतिमा लगाना चाहते हैं, इसके लिए भी राज्य सरकार अनुशंसा करे.
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