पटना: एक तरफ बिहार में नए साल के जश्न की तैयारी हो रही है तो वहीं दूसरी सियासी गलियारे में बवाल मचा है. कोई 2024 की तैयारी में जुटा है तो किसी की नजरें 2025 विधानसभा चुनाव पर है. नए साल में क्या कुछ बदलेगा यह तो वक्त बताएगा लेकिन नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के सितारे बहुत कुछ कह रहे हैं. जाने-माने ज्योतिषाचार्य आचार्य अरुण की भविष्यवाणियां एकदम सटीक और सही साबित होती हैं. 2023 में बिहार की सियासत में क्या कुछ होगा इसको लेकर उन्होंने काफी कुछ कहा है.


आचार्य अरुण ने कहा नीतीश कुमार का जन्म एक मार्च 1951, 13:20 मिनट पर हुआ था. उनकी दशा अभी राहु में केतु की है. मिथुन लग्न है. केतु इनके थर्ड हाउस में बैठा है. हिटलर की कुंडली में भी केतु थर्ड हाउस में बैठा था. हिटलर बोल्ड निर्णयों के लिए जाना जाता था, भले परिणाम जो भी हो. नीतीश कुमार भी कठोर निर्णयों के लिए जाने जाते हैं. चाहे निर्णय प्रशासन से संबंधित हो या राजनीति से जुड़ा हो.



लंबी चलेगी महागठबंधन के दलों की मित्रता


सीएम के बारे में आगे आचार्य अरुण ने कहा कि नीतीश के लिए मित्र का भाव बना हुआ है. नीतीश की महागठबंधन के दलों के साथ मित्रता लंबी चलेगी. 31 मई 2023 तक नीतीश बिहार की राजनीति में रहेंगे. 31 मई 2023 के बाद केंद्र की राजनीति की ओर उनकी यात्रा शुरू होगी. वहां से शुक्र की दशा लगेगी. दशम भाव में उच्च का शुक्र बैठा है.


केंद्र की राजनीति में नीतीश की बहुत गंभीर, प्रभावशाली दखलंदाजी होगी. नीतीश अपने राजनीतिक कौशल, अपनी वाणी से केंद्र की राजनीति को प्रभावित करेंगे. बिहार में 2023 में सत्ता परिवर्तन के योग नहीं हैं. नीतीश 2023 में सीएम बने रहेंगे. महागठबंधन सरकार 2023 में चलती रहेगी. कोई भी बड़ा सियासी परिवर्तन बिहार में नहीं होगा. एक फरवरी 2024 के बाद नीतीश सीएम नहीं रहेंगे.


फरवरी 2024 में होगा बड़ा परिवर्तन


तेजस्वी का जन्म 9 नवंबर, 1989 12:30 मिनट पर हुआ था. 2023 में जनता का प्यार, सम्मान, प्रतिष्ठा मिलेगा. 2023 में सीएम की कुर्सी तेजस्वी को नहीं मिलेगी. इनकी दशा लगेगी एक फरवरी 2024 में बुद्ध में मंगल की. मंगल दशम भाव में रहेगा. उस समय इनका कुल दीपक योग रहेगा. एक फरवरी 2024 के आसपास तेजस्वी सीएम बन जाएंगे. एक फरवरी 2024 के आसपास बिहार की सियासत में बड़ा परिवर्तन होगा. उस समय यहां राजद की बहुत मजबूत सरकार होगी.


भारत के जन्म कुंडली का हिसाब लिया जाए 15 अगस्त 1947 के नजरिए से तो देखेंगे कि चंद्रमा में केतु की दशा भारतवर्ष में चल रही है. केतु भारत के पश्चिम प्रदेशों में बैठा है. भारत के पश्चिम प्रदेशों में सियासी उथल-पुथल, सत्ता परिवर्तन होंगे लेकिन पूर्वी प्रदेशों में सत्ता परिवर्तन नहीं होगा.


बिहार में बीजेपी की 2023 में क्या स्थिति रहेगी इसे हम नवम भाव से भारत की कुंडली से देखेंगे. 15 जनवरी 2023 के बाद बिहार बीजेपी में बड़ा बदलाव होगा. बिहार बीजेपी में परिवर्तन सार्थक व शुभ होंगे लेकिन ठोस परिणाम बीजेपी के लिए बिहार में सामने नहीं आएगा. बिहार में बीजेपी के केंद्रीय नेताओं का आना काफी बढ़ जाएगा. 15 जनवरी के बाद जांच एजेंसियों का बिहार में आवागमन काफी बढ़ जाएगा. नए साल में बिहार में बीजेपी अटैकिंग मोड में रहेगी, लेकिन 2023 में बिहार में बीजेपी को कोई बड़ा लाभ नहीं होगा.


यह भी पढ़ें- Bihar Politics: बिहार बीजेपी के इस बड़े नेता ने पार्टी से दिया इस्तीफा, पत्र लिखकर संजय जायसवाल को कारण बताया