Bihar Polls: पहले चरण में चुनावी मैदान में उतरेंगे नीतीश सरकार के 8 मंत्री, इन बाहुबलियों की पत्नी भी आजमाएंगी किस्मत
पहले चरण में 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को मतदान होना है. लगभग सभी पार्टियों के नेता अपना नामांकन कराकर क्षेत्र में प्रचार करने में जुट गए हैं. इनमें कुछ मंत्री, कुछ बाहुबली तो कुछ दागी नेताओं की पत्नियां भी शामिल हैं.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का नामांकन कल समाप्त हो गया है. पहले चरण में 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को मतदान होना है. लगभग सभी पार्टियों के नेता अपना नामांकन कराकर क्षेत्र में प्रचार करने में जुट गए हैं. इनमें कुछ मंत्री, कुछ बाहुबली तो कुछ दागी नेताओं की पत्नियां भी चुनाव लड़ रहीं हैं.
मैदान में हैं आठ मंत्री
पहले चरण के 71 सीटों में से आठ सीटों पर बिहार सरकार के मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से कुछ जेडीयू कोटे से तो कुछ भाजपा कोटे से मंत्री हैं. आइये जानते हैं कौन से मंत्री किस सीट से किसके खिलाफ मैदान में उतर रहे हैं. सबसे पहले रामनारायण मंडल की बात करते हैं.
1. बीजेपी कोटे से भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री रामनारायण मंडल बांका विधानसभा सीट से छठी बार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनके खिलाफ राजद ने पिछली बार के हारे प्रत्याशी जावेद इकबाल अंसारी को मैदान में उतारा है.
2. बीजेपी कोटे से श्रम संसाधन मंत्री विजय कुमार सिन्हा लखीसराय से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले वे कोरोना संक्रमित हो गये थे. काफी दिनों बाद उन्होंने कोरोना को मात दिया था. उनके खिलाफ कांग्रेस के अमरीश अनीश चुनाव लड़ रहे हैं. अब यह देखना है कि विजय सिन्हा ने जैसे कोरोना को मात दिया, वैसे ही कांग्रेस प्रत्याशी को मात दे पाते हैं या नहीं.
3. जदयू कोटे से बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा जहानाबाद से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. उनके खिलाफ राजद के सुदय यादव हैं. अभी हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें क्षेत्र भ्रमण के दौरान कृष्ण नंदन वर्मा को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा था, जिसको देखते हुए कृष्ण नंदन वर्मा को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है.
4. जदयू कोटे से एक अन्य मंत्री जय कुमार सिंह दिनारा से चुनावी मैदान में हैं. वे 2005 से ही वहां के विधायक रहे हैं. उनके खिलाफ राजद के विजय मंडल ताल ठोक रहे हैं. इस बार उन्हें राजद से कड़े टक्कर मिलने के आसार हैं.
5. भाजपा कोटे से कृषि मंत्री प्रेम कुमार गया टाउन से चुनाव लड़ रहे हैं. वे सात बार यहां से विधायक रहे हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस के अखौरी ओंकार मैदान में हैं.
6. बिहार सरकार में एक और मंत्री भाजपा के बृजकिशोर बिंद भी चैनपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस के प्रकाश कुमार सिंह चुनावी मैदान में हैं. अभी हाल ही में वे चर्चा में आये थे, जब उन्होंने कहा था कि अगर वो विधानसभा चुनाव हार जाएंगे तो क्षेत्र में अकाल पड़ा जाएगा.
7. जदयू कोटे से ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार जमालपुर विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस ने डॉ अजय कुमार सिंह को टिकट दिया है. कुछ दिन पहले मंत्री जी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें जनता उन्हें खरी खोटी सुना रही थी. इस बार उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी से कड़े टक्कर मिलने वाले हैं.
8. जदयू कोटे से एक अन्य परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला राजपुर सीट से ताल ठोक रहे हैं. वे 2010 से ही यहां के विधायक रहे हैं. उनके खिलाफ कांग्रेस ने विश्वनाथ राम को मैदान में उतारा है. विवादों से दूर रहने वाले सीएम नीतीश के इस दलित मंत्री को कांग्रेस प्रत्याशी से कड़े टक्कर मिलने वाले हैं.
घर को ही विधानसभा बनाने की तैयारी में हैं जीतन राम मांझी
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री रहे हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने दिल खोलकर अपने रिश्तेदारों को टिकट दिया है. खुद वो इमामगंज सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, हालांकि उनको कड़ी टक्कर देने के लिए राजद ने विधानसभा स्पीकर रहे दलित नेता उदय नारायण चौधरी पर दांव खेला है.
जीतनराम मांझी की समधन और दामाद भी चुनावी मैदान में हैं. दामाद देवेंद्र मांझी मखदमपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, तो उनकी समधिन ज्योति देवी बाराचट्टी से चुनावी मैदान में हैं. हालांकि रिश्तेदारों को टिकट देने में राजद भी पीछे नहीं है. राजद के बड़े नेता जय प्रकाश नारायण यादव की बेटी दिव्या प्रकाश को तारापुर से लड़ाया जा रहा है, तो राजद उपाध्यक्ष शिवानन्द तिवारी के पुत्र राहुल तिवारी शाहपुर से चुनाव लड़ रहे हैं.
बाहुबली और बलात्कारियों की पत्नियां भी लड़ रहीं चुनाव
बिहार में चुनाव हो और बाहुबली व दागी नेता अपनी किस्मत ना आजमायें ऐसा हो नहीं सकता लगभग सभी बड़ी पार्टियां बाहुबलियों और दागियों पर दांव खेलती हैं. बाहुबली शुरू से ही जनता के प्रतिनिधि बनकर सदन में जाते रहे हैं.
कभी जदयू के बेहद करीबी रहे छोटे सरकार के नाम से विख्यात अनंत सिंह इस बार भी चुनावी मैदान में हैं. राजद ने उन्हें मोकामा से टिकट देकर मैदान में उतारा है, तो उनके खिलाफ जदयू ने राजीव लोचन को टिकट दिया है. पिछली बार निर्दलीय चुनाव जीते अनंत सिंह के लिए इस बार लड़ाई और भी आसान हो गया है.
नवादा विधानसभा सीट से नाबालिग से बलात्कार के आरोपी राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को राजद ने अपना उम्मीदवार बनाया है, तो संदेश विधानसभा सीट से राजद के विधायक रहे नाबालिग से रेप के आरोप में फरार चल रहे अरूण यादव की पत्नी किरण देवी मैदान में हैं. उनके खिलाफ उनके ही देवर विजेंद्र यादव जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं.
पहले चरण के चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा है हाल ही में भाजपा में शामिल हुईं राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी श्रेयसी सिंह की है. भाजपा ने उन्हें जमुई से मैदान में उतारा है. वे पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी हैं. उनके खिलाफ राजद ने विजय प्रकाश को टिकट दिया है. श्रेयसी सिंह को राजद नेता से कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है.
पहले चरण के मतदान की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. 28 अक्टूबर को इन सभी प्रत्याशियों की किस्मत मतपेटी में कैद हो जाएगी. 10 नवंबर को जब मतपेटी खुलेगी तो यह देखना दिलचस्प हो जाएगा कि इनमें से कितने मंत्रियों, दागियों व बाहुबलियों को जनता की नुमाइंदगी करने का फिर से मौका मिलता है.
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