पटना: बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर राजनैतिक पार्टियां अपने प्रचार प्रसार में जुटी हैं. नेताओं की सभाएं, आरोप प्रत्यारोप की राजनीति और इन सबके बीच चुनाव आयोग के नियमों का पालन करना भी इनके लिए जरुरी है. लेकिन चुनाव आयोग की शर्तों को अनदेखी करना कुछ प्रत्याशियों को महंगी पड़ी.इसी बीच आयोग से एक बड़ी खबर आ रही है जिसमें 104 कैंडिडेट को आयोग द्वारा नोटिस भेजा गया है. चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों को विधानसभा चुनाव में आपराधिक केसों की जानकारी नहीं देने पर शो-कॉज किया है.आयोग ने चौबीस घंटे के भीतर जवाब मांगा है


बिहार के निर्वाचन पदाधिकारी की माने तो अभी पहले चरण के चुनाव में शामिल प्रत्याशियों को नोटिस भेजा गया है. पहले चरण के चुनाव में 1066 उम्मीदवारों में 327 कैंडिडेट पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. लेकिन इन उम्मीदवारों ने ना तो अखबार और ना हीं चैनल पर विज्ञापन देकर इस बात की जानकारी दी.नियमों के अनुसार आपराधिक केस दर्ज रहने वाले उम्मीदवारों को तीन बार अखबारों और टीवी में विज्ञापन देकर इस बात की जानकारी देनी थी, साथ ही इसकी सूचना चुनाव आयोग को भी देना था.
अब जबकि पहले फेज का चुनाव संपन्न हो गया है तो ऐसे में अब चुनाव आयोग ने विज्ञापन नहीं देने वाले प्रत्याशियों को नोटिस थमा दिया है. जवाब नहीं मिलने पर इन प्रत्याशियों पर चुनाव आयोग आगे का एक्शन लेगा.