पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के मतदान के साथ हीं अब सबकी नजरें चुनाव परिणाम की और टिकी हुई हैं तो इस बार परिणाम का इंतजार कर रहे लोगों का इंतजार कुछ और लंबा होगा क्योंकि इस बार कोरोना के चलते परिणाम आने में देर हो सकती है. जी हां कोरोना संक्रमण के चलते इस बार चुनाव में बूथों की संख्या बढ़ा दी गई थी और बूथों की संख्या बढ़ने से ईवीएम की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है ऐसे में वोटों की गिनती के लिए पहले के चुनाव की तुलना में इस बार अधिक वक्त लग सकता है. पिछले विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती की प्रक्रिया 12 घंटे में पूरी हो गई थी. ईवीएम से वोटों की गिनती सुबह साढ़े आठ बजे शुरू होती है और लगभग गयारह से साढ़े गयारह घंटे में परिणाम आ जाता था इस बार चुनाव के पहले 72 बजार बूथ तय थे लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर इनकी संख्या बढ़ी कर एक लाख छ हजार कर दी गई जिससे ईवीएम की संख्या में भी लगभग 40% की बढ़ोतरी हो गई जिससे इस बार वोटों की गिनती में पिछले चुनाव के मुकाबले एक चौथाई समय भी ज्यादा लगने की उम्मीद की जा रही है और कहा जा रहा है कि इस बार अंतिम चुनाव परिणाम के लिए लगभग 3 से 4 घंटे का इंतजार बढ़ सकता है.




38 जिले में बनाए गए हैं 55 मतदान केंद्र




निर्वाचन विभाग की जानकारी के अनुसार मतगणना लिए राज्य के 38 जिले में 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं जिन जिलों में केंद्र छोटे हैं वहां 2 केंद्र बनाए गए हैं. पटना में एक ही मतगणना केंद्र बनाया गया है जहां 10 नवंबर को सुबह 8:00 बजे से वोटों की गिनती शुरू हो जाएगी. मतगणना के लिए अधिकतम 14 टेबल होंगी जिन केंद्रों में बड़े हॉल है वहां एक ही हॉल में 14 टेबल लगेंगें और जहां हॉल छोटे होंगे वहां कोरोना की गाइडलाइन के तहत दो हॉल में टेबल लगाए जाएंगे साथ हीं एक हॉल में एक रिटर्निंग ऑफिसर की ड्यूटी होगी और दूसरे में ए आर ओ की ड्यूटी होगी.



243 काउंटिंग ऑब्जर्वर रहेंगें तैनात




चुनाव आयोग ने मतगणना के लिए तमाम 243 विधानसभा क्षेत्रों के लिए अलग अलग ऑब्जर्बर तैनात किए हैं इन ऑब्जर्वर की निगरानी में वोटों की गिनती होगी और ये उस दौरान हर पल की रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपेंगे.



मतगणना में पहले होगी पोस्टल बैलट की गिनती




मतगणना के दिन सबसे पहले सुबह आठ बजे से पोस्टल बैलट की गिनती शुरू होगी इसके आधे घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होगी इसके अलावा सभी विधानसभा क्षेत्रों के पांच पांच बूथों की वीवीपैट की पर्ची की गिनती की जाएगी जिससे वीवीपैट और ईवीएम के आंकड़े आपस में मैच कर रहे हैं या नहीं इसका पता चल सके इन्ही प्रक्रियाओं के कारण चुनाव परिणाम में इस बार देर होने की संभावना है.
अपनी अपनी किस्मत के पिटारे के खुलने के इंतजार में तमाम प्रत्याशियों के इंतजार की घड़ी थोड़ी लंबी हो जाएगी.