मधुबनी: भाजपा-जदयू मे सबकुछ सही नहीं दिख रहा है. दरअसल, रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मधुबनी के फूलपरास विधानसभा के जदयू प्रत्याशी शीला मंडल के लिए चुनाव प्रचार के लिए आए थे, जहां NDA गठबंधन में सब कुछ सही नहीं दिखा.


अगल बगल के सीटों पर जदयू ही लड़ रही है चुनाव


जनसभा में मुख्यमंत्री ने कहा, " इस आसपास के क्षेत्रों में भी हम ही लोग चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि निर्मली सुपौल में भी हमलोग ही चुनाव लड़ रहे हैं." इस दौरान वे भाजपा का नाम या भाजपा प्रत्याशियों का नाम लेने से बचते हुए नजर आए. मंच पर अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिर्फ अपने किए गए कार्यों का उल्लेख किया और अपने कार्यों को गिनाया. साथ ही मुख्यमंत्री ने इस दौरान सिर्फ अपने प्रत्याशियों को जिताने की अपील किया.


मधुबनी के ही झंझारपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने वाले नीतीश मिश्रा का मुख्यमंत्री ने ना तो नाम लिया और ना ही किसी प्रकार से वोट देने की अपील की, जबकि नीतीश मिश्रा पूर्व मुख्यमंत्री जगरनाथ मिश्रा के बेटे हैं और नीतीश कुमार के कैबिनेट मे दस वर्षो तक ग्रमीण विकास मंत्री के पद पर आसीन थे. मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम मे भाजपा नेता भी उनसे दूरी बनाते हुए नजर आए.


शराब माफिया मुझे हटाना चाहते हैं


हालांकि, इस दौरान जनसभा संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब माफिया मुझे कुर्सी से हटाना चाहते हैं. उन्होंने बगैर तेजस्वी यादव का नाम लिए कहा कि कुछ लोग चुनाव मे सिर्फ झूठ बोल रहे हैं. मैंने शुरू से ही कहा है कि जब तक मिथिला क्षेत्र का विकास नहीं होगा तब तक बिहार का विकास नहीं होगा. मेरे मन में इस क्षेत्र के लिए बहुत सम्मान का भाव है.


हमारे लिए पूरा बिहार है परिवार


सीएम नीतीश ने कहा कि मुझसे जो भी बन पड़ा मैंने सेवा करने की कोशिश की है और आप सभी जानते हैं कि मैं सदैव एक ही बात कहता हूं, कुछ लोगों के लिए सीमित आदमी बेटा, बेटी, पत्नि यही परिवार है और हमारे लिए पूरा बिहार एक परिवार है. पूरे बिहार के लोगों की सेवा करना मेरा धर्म है.