Bhagalpur Bridge Collapsed: तेज आवाज और भागलपुर में धड़ाम से गंगा नदी में गिरा पुल, सामने आया तबाही जैसा VIDEO
Bihar News: भागलपुर में रविवार शाम को बड़ा हादसा हो गया. देखते ही देखते निर्माणाधीन पुल ध्वस्त होकर गंगा नदी में गिर गया. हादसे में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
भागलपुर: भागलपुर के सुल्तानगंज में गंगा नदी पर 1710 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल रविवार को गंगा नदी में गिर गया. खगड़िया को भागलपुर से जोड़ने के लिए बनाए जा रहे इस पुल का एक हिस्सा देखते ही देखते गंगा नदी में गिर गया. पुल गिरने से अचानक आई तेज आवाज से इलाके में हड़कंप मच गया. एक साल पहले भी आंधी में पुल का कुछ हिस्सा ढह गया था. हालांकि इस हादसे में अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. साल 2014 में इस पुल का शिलान्यास नीतीश कुमार ने किया था.
सिंगला एंड सिंगला कंपनी बना रही थी पुल
भागलपुर में निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया. यह पुल सिंगला एंड सिंगला कंपनी बना रही थी. निर्माणाधीन पुल के कई पिलरों के 30 से अधिक स्लैब यानी 100 फीट लंबा हिस्सा ध्वस्त हो गया है. भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है.
पुल हादसे पर अधिकारी ने दी ये जानकारी
पुल हादसे के बारे में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने एबीपी न्यूज को बताया कि पुल गिरने के मामले में जांच की गई है. किसी के भी हताहत होने की सूचना नहीं है. यह पुल अंडरकंस्ट्रक्शन है. स्थानीय प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद है. यहां पर रविवार को काम बंद था. पहले से पुल के गिरने के संबंध में जानकारी थी इस सवाल पर अधिकारी ने कहा कि ऐसी कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन रविवार को सुबह में भी काम बंद था.
दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को इस सेतु के निर्माण का शिलान्यास किया था. इस पुल के निर्माण का 80% काम पूरा हो चुका था. वहीं सुल्तानगंज के विधायक प्रोफेसर ललित मंडल ने बताया कि घोर अनियमितता के चलते ऐसी घटना हुई है. यह कोई नई बात नहीं है. इससे पहले भी 2022 में तेज हवा के आने से पुल का स्लैब नीचे गिर गया था और इस बार तो पूरा पुल ही ध्वस्त हो गया. जल्द से जल्द दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए. ग्रामीणों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बताया कि इससे पहले भी ऐसी घटना हुई थी. तेज हवा में पुल का कुछ हिस्सा नीचे गिर चुका था.