पटना: बिहार में एक बार फिर पोस्टर को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) कई बार कह चुके हैं कि वह पीएम के उम्मीदवार नहीं हैं. न ही उन्हें पीएम बनना है. वहीं दूसरी ओर पटना में आरजेडी कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में नीतीश को पीएम के कैंडिडेट के तौर पर दिखाया गया है. कहा जा रहा है कि यह पोस्टर अब हटा लिया गया है लेकिन पोस्टर का वीडियो शेयर करते हुए बीजेपी ने चुटकी ली है. बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को लेकर बड़ी बात भी कही है.


रविवार की शाम निखिल आनंद ने ट्वीट करते हुए लिखा- "सीएम नीतीश कहते हैं कि मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूं. वहीं आरजेडी बयानों-पोस्टरों से बारंबार कहती है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री हैं. नीतीश कुमार का भविष्य आश्रम में होगा ये सभी को पता है, लेकिन आरजेडी नीतीशजी को जबरन धकियाकर बाहरकर तेजस्वी को सीएम बनाना चाह रही है."



पोस्टर में क्या है?


आरजेडी कार्यालय के बाहर लगाए गए पोस्टर में विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं को दिखाया गया है. इसमें तेलंगाना के सीएम के चंद्रशेखर राव, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम स्टालिन, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव घेरे हुए खड़े दिखाई देते हैं.


बता दें कि सीएम नीतीश कुमार यह कई बार कह चुके हैं कि वह विपक्षी एकता को एकजुट करने में लगे हैं. उनकी कोई इच्छा नहीं है प्रधानमंत्री बनने की. इधर आरजेडी की ओर से बार-बार उन्होंने पीएम कैंडिडेट के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है. इसको लेकर पहले भी बीजेपी हमला बोल चुकी है. कहा जा रहा है कि विवाद के बाद पोस्टर को हटा दिया गया है. कोई भी पोस्टर लगाने से पहले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से अनुमति लेनी पड़ती है. हो सकता है कि इस मामले में न लिया गया हो जिसके कारण हटाना पड़ा हो.


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