CM Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को गोपालगंज जिले से अपनी प्रगति यात्रा के दूसरे चरण की शुरुआत की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिले में लगभग 140 करोड़ रुपये की लागत से 72 विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया. इनमें 61 योजनाओं का उद्घाटन 71.69 करोड़ रुपये की लागत से किया गया, जबकि 11 योजनाओं का शिलान्यास 67.33 करोड़ रुपये की लागत से किया गया.
21.60 करोड़ के नवनिर्मित आइटीआइ का उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजना के तहत 21.60 करोड़ रुपये की लागत से सिंधवलिया में नवनिर्मित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) का उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने आईटीआई के प्रशासनिक भवन, कर्मशाला भवन, स्टाफ हॉस्टल, कैंटीन ब्लॉक, प्राचार्य और उप-प्राचार्य के आवास सहित अन्य सुविधाओं का भी निरीक्षण किया.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस संस्थान में विद्यार्थियों को नई तकनीकी शिक्षा देने के लिए अत्याधुनिक मशीनें और उपकरण स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा, यहां स्टाफ के आवास की सुविधा भी प्रदान की गई है ताकि पठन-पाठन का कार्य समय पर और कुशलतापूर्वक किया जा सके. मुख्यमंत्री ने सिधवलिया प्रखंड के पकड़ी पोखरा टोला का भी दौरा किया और जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत किए गए विकास कार्यों का जायजा लिया.
इस दौरान उन्होंने पोखरा के जीर्णोद्धार के लिए अधिकारियों को सीढ़ीनुमा घाट बनाने के निर्देश दिए, ताकि लोगों की पहुंच पोखर के जल तक आसानी से हो सके. उन्होंने पोखर में पौधारोपण भी किया और जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत तालाबों, कुओं और पोखरों के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया. मुख्यमंत्री ने इस मौके पर गोपालगंज जिले के 1431 परिवारों को सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत 4 करोड़ 31 लाख रुपये का सांकेतिक चेक वितरित किया.
सीएम ने किया जीविका दीदियों से संवाद
इसके अलावा, जीविका दीदियों को बैंक लिंकेज के द्वारा 141 करोड़ रुपये का सांकेतिक चेक भी सौंपा. मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत बनवाए गए तीन जलाशयों को जीविका दीदियों को अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क आवंटित करने की स्वीकृति दी. मुख्यमंत्री ने पकड़ी ग्राम में आयोजित जीविका दीदियों से संवाद कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया. जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री को समूहों के माध्यम से अपनी आय में हुई वृद्धि और महिलाओं के सम्मान में हुए सुधार के बारे में बताया. उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रयासों के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जीविका समूहों के जरिए उनका जीवन स्तर बेहतर हुआ है.
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