पटना: बिहार राज्य के प्राथमिक स्कूलों में प्राइमरी शिक्षकों के सातवें चरण की बहाली के लिए चल रहा अनिश्चितकालीन आंदोलन 11वें दिन भी जारी रहा. पटना के गर्दनीबागबाग धरना स्थल पर मंगलवार को शिक्षक अभ्यर्थियों ने झुग्गी-झोपड़ियों में जाकर बच्चों को पढ़ाया. भीषण गर्मी के बाबजूद बड़ी संख्या में महिला अभ्यर्थी भी अपने बच्चों के साथ मौजूद थी. इस दौरान अभ्यर्थी शिक्षा मंत्री के विरुद्ध नारेबाजी भी कर रहे थे. उनका कहना है कि अगर बुधवार तक शिक्षा मंत्री अभ्यर्थियों के मांग पर विचार नहीं करते हैं तो गुरुवार से भूख हड़ताल पर बैठेंगे.
आंदोलन को संचालित कर रहे भावी शिक्षक संघ के समंवयक मीकू पाल ने बताया कि शिक्षक अभ्यर्थी अपनी बहाली को लेकर कई दिनों से आंदोलनरत हैं, लेकिन शिक्षा मंत्री हमारी मांगों को अनसुना कर रहे हैं. भोजपुर से आए अभ्यर्थी अभिनंदन यादव ने शिक्षा मंत्री से तत्काल पहल कर आंदोलन को समाप्त करवाने की पहल करने को कहा. वहीं, प्रदेश अध्यक्ष सिद्धार्थ कश्यप ने बताया कि जबतक हमारी मांगे पूरी नहीं होती आंदोलन चलता रहेगा.
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अभ्यर्थी करेंगे भूख हड़ताल
बीएड उतीर्ण शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने शिक्षा विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि बुधवार तक शिक्षा मंत्री शिक्षक अभ्यर्थियों के मांग पर विचार नहीं करते हैं तो गुरुवार से अभ्यर्थी भूख हड़ताल पर बैठेंगें. आंदोलन में मीकू पाल, मंटू शर्मा, अनीश, नितेश पांडेय, निखिल यादव, अर्चना, प्रियंका, लखिंद्र, वीरभद्र सहित अलग-अलग जिलों के सैकड़ों अभ्यर्थी मौजूद थे. बता दें कि राज्य के प्रारंभिक विद्यालयों में छठे चरण की शिक्षक नियुक्ति पूरी हो चुकी है, जिसमे 50 हजार से अधिक पद खाली रह गए हैं.
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