Ratnesh Sada On Bima Bharti: बिहार के रुपौली विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव में जेडीयू और आरजेडी प्रत्याशी की हार के बाद बिहार सरकार में मद्यनिषेध एवं निबंधन मंत्री रत्नेश सादा ने रविवार (14 जुलाई) को अपनी प्रतिक्रिया दी है. जहां जेडीयू छोड़कर आरजेडी में गई बीमा भारती को उन्होंने निशाना बनाया वहीं जेडीयू प्रत्याशी कलाधर मंडल की हार की समिक्षा करने की बात कही. सहरसा स्थित परिसदन में बातचीत के दौरान रत्नेश सदा ने रुपौली विधानसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी की हार के सवाल पर जबाव देते हुए मद्यनिषेध एवं निबंधन मंत्री ने समीक्षा कि बात कही, जबकि बीमा भारती पर उन्होंने कहा कि जेडीयू को छोड़कर जाने वालों का यही दुर्गति होती है.
बीमा भारती पर क्या बोले रत्नेश सादा?
उन्होंने कहा कि बीमा भारती का ना सिर्फ लोकसभा जीतने का ख्वाब मिटा बल्कि विधानसभा को भी गंवा दिया. आज वह दर-दर भटक रही हैं. उसे जनता कहीं सफल होने नहीं दे रही है. वहीं अपनी पार्टी की हार के संदर्भ में कहा कि पार्टी अपनी हार की समीक्षा करेगी और उसकी भरपाई 2025 के चुनाव में करेगी.
बता दें कि बीते शनिवार को रुपौली उपचुनाव में जनता ने ना आरजेडी का साथ दिया ना जेडीयू का. इस उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी शंकर सिंह को जीत हासिल हुई. यानी लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी जनता ने निर्दलीय उम्मीदवार पर भरोसा जताया है. ऐसा लगता है कि रुपौली की जनता को अब किसी पार्टी पर भरोसा नहीं रहा. यही वजह है कि लोकसभा और विधानसभा दोनों में निर्दलीय उम्मीदवार की ही जीत हुई.
पप्पू यादव के कहने का भी नहीं हुआ असर
हालांकि लोकसभा चुनाव में बीमा भारती के खिलाफ रहे, पप्पू यादव ने विधानसभा उपचुनाव में उनका समर्थन किया था और जनता से बीमा भारती को जीताने की अपील की थी, लेकिन जनता ने पप्पू यादव की बात को भी नकार दिया और बीमा भारती को करारी हार का सामना करना पड़ा वो इस चुनाव में तीसरे नंबर पर चली गईं. जबकि जेडीयू के उम्मीदवार कलाधर मंडल दूसरे नंबर पर रहे और निर्दलीय उम्मीदवार को जनता ने सिर आखों पर बिठाया.
ये भी पढे़ं: Bihar News: 'पत्थर पर सिर नहीं पटकें', बिहार के नेताओं को मांझी ने ऐसा क्यों समझाया?