(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बिहार विधानसभा में हंगामे को राहुल गांधी ने बताया लोकतंत्र का चीरहरण, बोले- मुख्यमंत्री RSS/BJP मय हो चुके हैं
पुलिस बल को कथित तौर पर बगैर वारंट की गिरफ्तारी की शक्ति देने वाला एक विधेयक नीतीश कुमार सरकार के बिहार विधानसभा में पेश करने के बाद मंगलवार को सदन में अभूतपूर्व स्थित देखने को मिली. स्पीकर के कक्ष का घेराव करने वाले विपक्ष के विधायकों को हटाने के लिए सदन में पुलिस बुलानी पड़ गई.
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा में मंगलवार को जो हुआ वो लोकतंत्र के नाम पर धब्बा है. विधायकों को विधानसभा से उठा उठाकर ना सिर्फ फेंका गया बल्कि मारपीट भी की गई. इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है. राहुल गांधी ने कहा कि मुख्यमंत्री पूरी तरह आरएसएसबीजेपी मय हो चुके हैं.
राहुल गांधी ने ट्वीट, ''बिहार विधानसभा की शर्मनाक घटना से साफ़ है कि मुख्यमंत्री पूरी तरह RSS/BJP-मय हो चुके हैं. लोकतंत्र का चीरहरण करने वालों को सरकार कहलाने का कोई अधिकार नहीं है. विपक्ष फिर भी जनहित में आवाज़ उठाता रहेगा- हम नहीं डरते.''
राहुल गांधी के ट्वीट के बाद कांग्रेस के अन्य नेता भी बीजेपी और आरएसएस पर हमलावर हो गए. कांग्रस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने लिखा, ''अव्वल तो आर॰एस॰एस॰ की कोई मौलिक सोच है ही नहीं, और जो थोड़ी बहुत हल्की सोच है भी तो उसमें लोकतांत्रिक व्यवस्था के प्रति निष्ठा का स्थान नहीं है.''
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी शायराना अंदाज में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला किया. उन्होंने लिखा, ''तेरी तानाशाही और तेरे अत्याचार का हिसाब करेगा, आंदोलन में बहा लहू का एक एक कतरा इंसाफ़ करेगा. युवाओं की जवानी बर्बाद करने वाले, वक्त तेरा भी गणित ठीक करेगा. बेरोजगारों पर लाठियाँ चलाने वाले निर्दयी, समय युवाओं का भी आएगा.''
नए पुलिस बिल को लेकर हुआ हुआ बवाल बिहार में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बिल 2021 पेश हुआ, विपक्ष इस बिल का विरोध कर रहा था. विरोध की वजह से सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बज तक स्थगित कर दी गई. दूसरी पाली में इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष सदन पहुंचते. आरजेडी विधायक अध्यक्ष के चैंबर के बाहर धरने पर बैठ गए और उन्हें बाहर नहीं आने दिया. इसके बाद मॉर्शल आए, मुश्किल से दरवाजा खुलवाया, फिर भी विधायक चेंबर से नहीं हटे और नारेबाजी भी की. ये वीडियो विधानसभा अध्यक्ष के चेम्बर के बाहर का है विधायक जब नहीं माने तो अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया.
पुलिस ने भी विधायकों को समझाने की कोशिश की, विधायक नहीं माने और इसी बीच धक्का मुक्की भी हुई. विधानसभा अध्यक्ष अभी भी अपने कमरे से निकलकर सदन तक नहीं पहुंच सके. सदन की कार्यवाही शुरु करने के लिए अधिशासी सदस्य प्रेम कुमार को आसन पर बिठाया गया. प्रेम कुमार ने कार्यवाही शुरू की तो विधायकों ने सदन में भी हंगामा किया.
स्थिति बेकाबू होते देख पटना के DM और SSP के नेतृत्व में पुलिस बल ने विधायकों को बल प्रयोग कर बाहर निकाला. पुलिस के बल प्रयोग में CPI (M) के विधायक सतेंद्र यादव बेहोश हो गए. कई विधायक घायल भी हुए जिन्हें एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया. महिला विधायकों के साथ भी बल प्रयोग किया गया. सारे हंगामे के बीच बिहार विधानसभा में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बिल 2021 पास हो गया.
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