नालंदा: नालंदा के बिंद बाजार में भोले भाले लोगों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराने का मामला सामने आया है. बड़ी छठ घाट समीप एक घर में सौ से अधिक महिलाएं और पुरुष धर्म बदलने के लिए पहुंचे थे. लोगों का धर्म परिवर्तन कराने से पहले ईसा मसीह के भजन का कार्यक्रम चल रहा था. वहीं आसपास के लोगों ने धर्म परिवर्तन का विरोध किया. आरोप लगाए गए हैं कि रविवार को सभा लगाकर लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था.
इसकी जानकारी मुखिया को दी गई फिर मुखिया उमेश राउत और पुलिस ने सभा स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. पुलिस को देखकर कई युवक और अधेड़ उम्र के लोग इधर उधर भागने लगे. मौके पर पहुंची पुलिस पूछताछ के लिए कुछ लोगों को अपने साथ थाना ले गई. धर्म परिवर्तन करने के लिए पटना जिला के सकसोहरा, लखीसराय समेत दर्जनों गांवों से लोग आए हुए थे. आरोप है कि धर्म परिवर्तन के लिए लोगों को प्रलोभन भी दिए जा रहे हैं.
सकसोहरा के लाखाचक से आयी सविता देवी, दयानंद यादव रामनगर पटना के घोषवरी से रामप्रवेश यादव लखीसराय के प्रमोद रविदास को झांसा देकर धर्मपरिवर्तन के लिए लाया गया था. बताते चलें कि इस मामले का खुलासा होने के बाद तरह तरह की चर्चाएं हो रही हैं.
धर्मांतरण मामले में जांच करने के लिए पटना प्रक्षेत्र के आईजी राकेश राठी बिंद थाना सोमवार की शाम पहुंचे. इस दौरान आईजी राकेश राठी के नेतृत्व में एसडीएम और सदर डीएसपी डॉ शिब्ली नोमानी के साथ थाने में बैठक कर पूरे मामले की जानकारी ली. एसडीएम अभिषेक पलासिया के साथ बैठकर घंटों इस मामले को लेकर जांच की गई.
वहीं आईजी राकेश राठी ने उस जगह पर जाकर जांच की जिस जगह पर धर्मांतरण कराया जा रहा था, हालांकि इस मामले में अभी तक पुलिस के तरफ से कोई ठोस बयान जारी नहीं किया गया है.
वहीं एसडीएम अभिषेक पलासिया ने बताया कि जिस जगह पर धर्मांतरण की बात सामने आ रही है वहां पर लोग भजन कीर्तन करने के लिए आए थे, हालांकि प्रशासन फिलहाल धर्मांतरण की बात को सिरे से खारिज कर रही है. एसडीएम ने कहा कि फिर भी जांच की जा रही है. पूछताछ की जाएगी.