पटना: बिहार में चुनाव भले ही सम्पन्न हो गया है, लेकिन पोस्टर वॉर अब भी जारी है. विपक्ष द्वारा अब भी सरकार और उसकी नीतियों पर पोस्टर के मध्यम से निशाना साधा जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को आरजेडी पार्टी कार्यालय के बाहर पार्टी के युवा प्रोकोष्ठ के प्रदेश महासचिव ऋषि यादव द्वारा एक पोस्टर लगाया गया है. इस पोस्टर के जरिये कृषि कानून को लेकर पीएम मोदी और अमित शाह पर निशाना साधा गया है.


कई शब्द लिखे गए हैं गलत


हालांकि, निशाना साधने के चक्कर में आरजेडी खुद ही निशाने पर आ गयी है. ऐसा इसलिए क्योंकि पार्टी के युवा प्रकोष्ठ द्वारा पार्टी कार्यालय के बाहर जो पोस्टर लगाया गया है उसमें अशुध्दियों की भरमार है. हिंदी के कई शब्द गलत लिखे गए हैं. जैसे कानूनों को 'कानुनों' लिखा गया है. इसके अलावा खालिस्तानी को 'खलिस्तानी', नहीं को 'नही' ,रुपये को 'रूपया' , तूने को 'तुने' लिखा गया है.


तेज प्रताप भी कर चुके हैं गलती


ऐसे में आरजेडी द्वारा जारी किया गया ये पोस्टर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है और लोग इसकी जमकर आलोचना कर रहे हैं. बता दें कि इससे पहले तेज प्रताप ने भी पिता लालू यादव की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को जो पत्र लिखा था उसमें भी उन्होंने कई अशुद्धियां की थी. यहां तक कि वे अपने पिता का नाम भी सही नहीं लिख पाए थे, जिसके बाद उनकी खूब किरकिरी हुई थी.


पीएम मोदी और गृह मंत्री पर साधा निशाना


गौरतलब है कि कृषि कानून के विरोध और किसानों के समर्थन में आरजेडी 30 जनवरी को पूरे प्रदेश में मानव श्रृंखला बनाने वाली है. आरजेडी द्वारा प्रस्तावित इस कार्यक्रम में विपक्ष की अन्य पार्टियां भी हिस्सा लेंगी और केंद्र द्वारा पारित तीनों कृषि कानून का विरोध करेंगी. वहीं, आरजेडी ने राज्य भर के किसान और बेरोजगारों से उनके इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की है.


शहीद दिवस पर प्रस्तावित कार्यक्रम से पहले आरजेडी ने पीएम मोदी और ग्रह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा है. ऋषि यादव की ओर से लगाए गए पोस्टर में पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी का कार्टून बनाकर कृषि कानून पर निशाना साधा है. वहीं, सरकार पर अंबानी-अडानी से प्रभावित होकर किसानों की मांग ठुकराने का आरोप लगाया है.


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