Tejashwi Yadav On Nitish Kumar: मोतिहारी में अपने कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम से पहले तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार रिटायर्ड हो चुके हैं और थक चुके हैं. वह कोई निर्णय नहीं ले रहे हैं. सरकारी बयानों पर कुछ बोल नहीं रहे हैं. प्रेस विज्ञप्ति जारी कर काम चलाया जा रहा है. उनकी प्रगति यात्रा नहीं यह अधिकारियों की लूट की छूट यात्रा है. 272 करोड़ खर्च कर यह प्रगति यात्रा निकाली गई है. यह सरकारी खजाना की बंदर बाट हो रही है.
नीतीश कुमार पर क्या बोले तेजस्वी यादव
दरअसल तेजस्वी यादव शनिवार को देर रात अपनी यात्रा को लेकर मोतिहारी पहुंचे थे, जहां सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद रविवार के दोपहर में प्रेस वार्ता की. फिर शहर के प्रेक्षा गृह के बापू सभागार में कार्यक्रता दर्शन सह संवाद यात्रा के लिए निकले, जहां करीब 5 हजार पुरूष-महिलाओं की भीड़ जुटी थी. यहां तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होश में नहीं हैं और ना ही वे निर्णय लेने लायक है. सरकार को कुछ रिटायर्ड ऑफिसर चला रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हाईजैक कर लिया गया है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह हालत है कि पॉलिटिकल स्टेटमेंट भी प्रेस नोट के माध्यम से देना पड़ रहा है. दो-चार लोग दिल्ली में है और दो-चार लोग यहां हैं. वही लोग बीजेपी से मिलकर सरकार को चला रहे हैं. तेजस्वी यादव ने प्रशांत किशोर पर निशाना साधते हुए कहा कि हमको पता है कि वैनिटी वैन में एक्टर-एक्ट्रेस रहती हैं और डायरेक्टर प्रोड्यूसर बैठता है.
उन्होंने आगे कहा कि मुझे यह भी पता है कि कौन डायरेक्टर है? कौन प्रोड्यूसर है? तेजस्वी ने आगे कहा कि प्रशांत किशोर ने आज तक यह स्पष्टीकरण नहीं दिया कि आखिर अमित शाह ने उन्हें नीतीश कुमार की पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष क्यों बनवाया? वो किसके कहने पर बन थे. यह सभी को स्पष्ट है, लेकिन उनको बताना चाहिए कि आखिर अमित शाह क्यों चाहते थे कि प्रशांत किशोर जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनें.
छात्रों के आंदोलन पर बोले तेजस्वी यादव
बीपीएससी छात्रों के आंदोलन पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम तो शुरू से ही कहते रहे हैं कि पूरे तरीके से आंदोलन को तोड़ने की कोशिश की गई है. कुचलने की कोशिश की गई है. यह बात अभ्यर्थी भलीभांति जानते हैं कि किस प्रकार से हाईजैक किया गया. शुरू से छात्रों ने कहा था कि कोई भी राजनीतिक पार्टी इसका राजनीतिकरण ना करे. इसी को देखते हुए हम सब लोग छात्रों का सम्मान करते हुए उनको नैतिक समर्थन हम लोगों ने दिया था.
छात्रों के बुलाने पर हम वहां गए थे और उनसे मिले भी. छात्रों को जिस तरह ठंडा देने की धमकी और कंबल काम नहीं आएगा ऐसी नीच बात वे लोग ही करते है. हमने तो दो बार मुख्यमंत्री को छात्रों के हित में पत्र लिखे. मोतिहारी चीनी मिल चालू करा पीएम मोदी बोले थे. अगले बार आऊंगा तो इसी चीनी मिल के चीनी की चाय पी कर जाऊंगा, पीएम मोदी का वादा वादा ही रह गया. पूर्वी चंपारण में भाजपा के केंद्रीय मंत्री भी रहे. राज्य और केंद्र में मंत्री भी बने चंपारण का कल्याण हुआ नहीं.
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