(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
'नहीं आए तो परिणाम भुगतने के लिए...', RJD विधायक को जान से मारने की धमकी, पुलिस पर लगाया ये आरोप
MLA Ranvijay Sahu: विधायक ने आरोप लगाया है कि तीन दिन बीत जाने के बाद भी पटना की कोतवाली थाना पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है. अपराधियों को पकड़ना तो दूर की बात है.
MLA Ranvijay Sahu Received Death Threat: बिहार में एनडीए की सरकार है और सत्ता में आसीन सभी नेता चाहे बीजेपी के हों या जेडीयू के लगातार यह कहते रहे हैं कि बिहार में कानून का राज है. अपराधी चाहे कोई हो बख्शे नहीं जाते हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के कानून के राज में मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी के विधायक को फोन पर जान मारने की धमकी देने का मामला सामने आया है.
एफआईआर दर्ज नहीं करने का आरोप
विधायक ने यह आरोप भी लगाया है कि तीन दिन बीत जाने के बाद भी पटना की कोतवाली थाना पुलिस ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं की है, अपराधियों को पकड़ना तो दूर की बात है. लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल के मोरवा विधानसभा के विधायक सह पार्टी के प्रदेश प्रधान सचिव रणविजय साहू को फोन पर जान मारने की धमकी मिली है. उन्हें 19 नवंबर की रात में यह धमकी मिली थी.
धमकी मिलने के तुरंत बाद उन्होंने पटना एसएसपी राजीव मिश्रा को फोन करके अपने मामले के बारे में बताया तथा मेल पर आवेदन भी भेजा लेकिन तीन दिन बीतने के बाद भी आना तो अभी तक फिर दर्ज की गई है और ना ही किसी अपराधी को पकड़ा गया है अंत में आज विधायक रणविजय शाहू ने पटना के कोतवाली थाना में लिखित आवेदन दिया है . रणवीजय साहू ने पुलिस को दिए गए आवेदन में लिखा है कि 19 नवंबर की शाम को मैं अपने वीरचंद पटेल स्थित पटना के आवास पर था तभी मेरे मोबाइल पर 8873318063 नंबर से रात्रि 9:39 पर कॉल आया.
उन्होंने कहा कि उस वक्त में दूसरे मोबाइल पर कहीं बिजी था. फोन कट जाने के बाद मैं 1 मिनट बाद 9:40 पर कॉल बैक किया तो उस व्यक्ति ने मुझे गाली देना शुरू कर दिया. परंतु जब मैंने उन्हें बताया कि मैं मोरवा विधायक रणविजय साहू बोल रहा हूं तो उसने पुनः मुझे भद्दी-भद्दी गालियां देने लगा और एक व्यक्ति विशेष जगह पर उसने मुझे बुलाया और कहा कि नहीं आओगे तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना, तुम जान से भी जाओगे.
एसएसपी और थाने को दी थी सूचना
विधायक साहू ने अपने आवेदन में लिखा है कि उसी वक्त इसकी जानकारी हमने फोन से वरीय आरक्षी अधीक्षक पटना को दी. फोन पर सारी बात बताई. साथ ही उसी वक्त एसएसपी तथा कोतवाली थाना को ई मेल करके भी सूचना दी, लेकिन 3 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक अपराधी कौन है, यह पुलिस पता नहीं लगा सकी है जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने आवेदन में अनुरोध किया है कि अविलंब एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई की जाए.
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