RJD MLC Sunil: आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह की बिहार विधान परिषद की सदस्यता शुक्रवार (26 जुलाई) को खत्म कर दी गई. एमएलसी सुनील सिंह का एक मामला आचार समिति में पहुंचा था. इसकी जांच में वो आचार समिति की नजर में दोषी पाए गए हैं, जिसके बाद उनकी सदस्यता खत्म की गई. ये मामला पिछले बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण पर हुए वाद-विवाद के दौरान सीएम नीतीश कुमार के साथ सदन में किए गए दुर्व्यवहार से जुड़ा है.


क्या बोले बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी?


सदस्यता खत्म होने पर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सुनील सिंह के निलंबन से सरकार को कोई मतलब नहीं है. ये फैसला विधान परिषद की आचार समिति ने लिया है. विधान परिषद का अपना सचिवालय है. आचार समिति के सदस्य हैं. आचार समिति के अध्यक्ष हैं वह स्मार्ट सभी निर्णय लेते हैं. इसमें सरकार से कोई लेना देना नहीं है.


वहीं, राबड़ी देवी के बयान कि नई परंपरा की शुरुआत की गई है इस पर अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी के एमएलसी रामबली की सदस्यता क्यों गई थी? यह आरजेडी से पूछना चाहिए अति पिछड़ी के बेटे की सदस्यता क्यों गई थी? आरजेडी को बताना चाहिए. बता दें कि विधानपरिषद में एक साल के अंदर आरजेडी की तरफ से सदस्यता गंवाने वाले सुनील सिंह दूसरे एमएलसी हैं. इससे पहले आरजेडी की अनुशंसा पर रामबली सिंह की भी सदस्यता खत्म की गई थी. 


विधान परिषद की अचार समिति ने लिया निर्णय


दरअसल पिछले विधान मंडल सत्र में सुनील कुमार सिंह ने सदन के अंदर सीएम नीतीश की मिमिक्री की थी. सुनील सिंह के साथ ही आरजेडी के एमएलसी कारी सोहैब भी थे. दोनों के इस आचरण को अनुचित मानते हुए विधान परिषद की अचार समिति के पास भेजा गया था. बाद में कारी सोहैब ने अपनी गलती मान ली जबकि सुनील सिंह ने अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया था. इसके बाद उनके खिलाफ अचार समिति ने अपनी जांच की प्रक्रिया की रिपोर्ट तैयार की और अब जांच के बाद उन पर ये कार्रवाई की गई है. 


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