NEET पेपर लीक मामले में मनोज झा ने किसे ठहराया जिम्मेदार? कहा- 'पूरी व्यवस्था में घपले की जड़...'
NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि बच्चों के भविष्य को बर्बाद करके रख दिया गया. जानिए उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर क्या कुछ कहा है.
RJD MP Manoj Jha on NEET Paper Leak: नीट पेपर लीक मामले का कनेक्शन बिहार समेत कई राज्यों से जुड़ने के बाद सीबीआई इसकी जांच कर रही है. इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है. लगातार पेपर लीक को लेकर विपक्ष सरकार को घेर रहा है. नीट पेपर लीक को लेकर सोमवार (08 जुलाई) को आरजेडी सांसद मनोज झा (RJD MP Manoj Jha) ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने इसके पीछे एनटीए (NTA) को जिम्मेदार ठहराया है.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि बच्चों के भविष्य को बर्बाद करके रख दिया गया. साफ कहा, "मेरा मानना है कि पूरी व्यवस्था में घपले की जड़ एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) है. फर्जीवाड़े की जड़ एनटीए है. मैंने सदन में भी कहा है, एनटीए नाम की चीज को खत्म करो. बच्चों के भविष्य में सबसे बेहतर निर्णय हो वो लो. ये नहीं कि फर्जीवाड़ा भी हुआ और हम एफिडेविट भी दे रहे हैं कि उस स्केल पर कुछ भी नहीं हुआ."
#WATCH | Delhi: On the NEET exam issue, RJD leader Manoj Kumar Jha says, "...I believe NTA is the root cause of the scam in this whole arrangement. NTA should be ended, and such decisions should made that are in line with the best for the future of students..." pic.twitter.com/ID5UPaK3By
— ANI (@ANI) July 8, 2024
झारखंड से अब तक हुई कई गिरफ्तारी
बता दें कि इस केस की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने झारखंड से कई लोगों को गिरफ्तार किया है. रिमांड पर लेकर कई लोगों से पूछताछ भी की गई है. गिरफ्तार लोगों में हजारीबाग से पत्रकार जमालुद्दीन, ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक और वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम शामिल हैं. इसके अलावा धनबाद से अमन नाम के भी शख्स को गिरफ्तार किया गया है. ये हजारीबाग का रहने वाला है. इसी से पूछताछ में बंटी नाम के शख्स का पता चला. इसके बाद सीबीआई ने धनबाद के झरिया से बंटी को भी गिरफ्तार कर लिया. इस केस में लगातार सीबीआई जांच कर रही है.
गौरतलब हो कि नीट पेपर लीक मामले का पर्दाफाश राजधानी पटना से ही हुआ है. पटना के खेमनीचक स्थित लर्न प्ले स्कूल में अभ्यर्थियों को प्रश्न दिए गए थे और रटवाए गए थे. इस स्कूल की छत से जले हुए प्रश्न पत्र मिले थे. सीरियल कोड की जांच में पता चला कि यह हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का है. इसके बाद ही इस केस में झारखंड कनेक्शन भी जुड़ गया.
यह भी पढ़ें- 'चोर चोरी के खिलाफ बोले तो...', अपराध पर तेजस्वी यादव को गिरिराज सिंह ने दो टूक में दिया जवाब