'संविधान के पक्ष में खड़े साथियों को बधाई'...', लेटरल एंट्री वापस लिए जाने पर मनोज झा ने की तेजस्वी यादव की तारीफ
MP Manoj Jha: मनोज झा ने कहा कि 7 अगस्त को लेटरल एंट्री वाला विज्ञापन आया, इसके फ़ौरन बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसमें सरकार को आरक्षण के प्रावधानों को दरकिनार करने से आगाह किया.
RJD MP Manoj Jha Reaction: यूपीएससी में 45 पदों पर लेटरल एंट्री यानी सीधी भर्ती के जरिए सरकारी पदों को भरे जाने के लिए निकाली गई वैकेंसी के विरोध के बाद केंद्र सरकार ने इसे वापस ले लिया है. सरकार ने यूपीएससी को इस विज्ञापन को रद्द करने का निर्देश दिया है. सरकार के इस फैसले पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने पोस्ट कर उन लोगों को बधाई दी है, जो सविंधान के साथ खड़े हैं.
मनोज झा ने सरकार के फैसले पर क्या कहा?
मनोज झा ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा, "संविधान के पक्ष में खड़े साथियों...आप सबों को बधाई. 7 अगस्त को लेटरल एंट्री वाला विज्ञापन आया इसके फ़ौरन बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार को आरक्षण के प्रावधानों को दरकिनार करने से आगाह किया और आज दिनांक 20 अगस्त को सरकार को फ़ैसला पलटना पड़ा. जय संविधान"
संविधान के पक्ष में खड़े साथियों….आप सबों को बधाई।7 अगस्त को #lateral_entry वाला विज्ञापन आया इसके फ़ौरन बाद नेता प्रतिपक्ष @yadavtejashwi ji ने सरकार को आरक्षण के प्रावधानों को दरकिनार करने से आगाह किया और आज दिनांक 20 अगस्त को सरकार को फ़ैसला पलटना पड़ा।
— Manoj Kumar Jha (@manojkjhadu) August 20, 2024
जय संविधान pic.twitter.com/QkroTcDWjL
दरअसल बीते 17 अगस्त को यूपीएससी ने 24 केंद्रीय मंत्रालयों में डायरेक्टर, सेक्रेटरी और डिप्टी सेक्रेटरी जैसे पदों पर सीधी भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला था. इस सीधी भर्ती से आरक्षण के प्रावधान पर खतरा था. इस विज्ञापन ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया. विपक्षी पार्टियों के साथ ही बीजेपी की सहयोगी एलजेपी ने भी इस फ़ैसले के विरोध किया था और इस पर विचार करने को कहा था.
सांसद ने तेजस्वी यादव की तारीफ की
विपक्ष का कहना था कि इन भर्तियों में आरक्षण का प्रावधान न होने से दलितों, पिक्षड़ों और आदिवासियों की हकमारी होगी. केंद्र सराकर इस भर्ती के जरिए गरीब लोगों को उच्च पदों तक पहुंचने से रोकना चाहती है. अब जबकि इस विज्ञापन को सरकार ने वापस ले लिया है, तब आरजेडी नेता मनोज झा ने इसे संविधान की जीत बताया उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के नेता तेजस्वी यादव ने इसका पुरजोर तरीके से विरोध किया था. यही वजह के सरकार को इस पर पीछे हटना पड़ा.