पटनाः आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें फिर बढ़ने वाली हैं. चारा घोटाला से संबंधित करीब आधा दर्जन मामले की सुनवाई के लिए विशेष जज बनाए गए हैं. पटना हाईकोर्ट से जारी पत्र के अनुसार जज प्रजेश कुमार सिर्फ चारा घोटाले से जुड़े मामलों की सुनवाई करेंगे. हाईकोर्ट ने सिविल कोर्ट पटना में लंबित बहुचर्चित चारा घोटाले से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए पटना के अपर जिला जज 12 सह सीबीआई के विशेष जज प्रजेश कुमार को अधिकृत किया है.


इस संबंध में सीबीआई के वकील सुनील कुमार ने कहा कि पटना में चारा घोटाला मामले में पूर्व से ही विशेष जज की नियुक्ति हुई थी, लेकिन उनका प्रमोशन हो गया. वहीं कुछ का ट्रांसफर भी हो गया, इस वजह से मामला पेंडिंग रहा. उन्होंने कहा कि नए जज जो भी आते हैं और जो सीबीआई से रिलेटेड मैटर देखते हैं उनको पावर बाइनेम हाईकोर्ट से प्राप्त होता है. उनका नोटिफिकेशन बाइनेम होता है.


मुश्किल नहीं लेकिन फेस करना होगा ट्रायल


सीबीआई के वकील सुनील कुमार ने कहा कि, “ट्रायल के लिए अभी जिला जज 11 को यह पावर प्राप्त हुआ है. ऐसा होने से ट्रायल में तेजी तो आएगी ही, पर जहां तक लालू की मुश्किलों की बात है तो इसमें बहुत सारे गवाह हैं, जिसमें हर एक मैटर के अलग अलग हैं तो मुश्किल क्या उन्हें ट्रायल फेस करना है.”


बता दें कि पटना सिविल कोर्ट में वर्तमान में चारा घोटाला से जुड़े लगभग छह मामले लंबित हैं. एक मामले लालू प्रसाद यादव भी अभियुक्त हैं. मामला भागलपुर जिले के बांका उप कोषागार से संबंधित है. 1996 में दर्ज मामले में सीबीआई अदालत ने 2012 में लालू प्रसाद यादव, जगन्नाथ मिश्रा समेत 31 लोगों के खिलाफ फर्जी बिलों के आधार पर बांका और भागलपुर कोषागार से 46 लाख की अवैध निकासी में आरोप तय किया था.


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