(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar News: पिता को न्याय दिलाने की 'आग' में झुलसा बेटा, पुलिस से गुहार लगाकर जब मानी हार, तो किया ये खौफनाक काम
रोहित आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा था. ऐसे में रोहित ने गुरुवार को पुलिस को फोन कर 15 मिनट में कार्रवाई करने की धमकी दी. लेकिन पुलिस ने संज्ञान नहीं लिया, जिसके बाद उसने आत्मदाह कर ली.
मोतिहारी: जिले में चर्चित आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल के बेटे रोहित ने आत्मदाह कर ली. पिता की हत्या के बाद से रोहित सदमे में था और पूरे मामले में पुलिस की कार्रवाई से नाखुश था. इसी क्रम में गुरुवार को वो सुबह से शाम तक पुलिस अधीक्षक मोतिहारी डॉ. कुमार आशीष से मिलने के लिए जद्दोजहद करता रहा. हालांकि, संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वो निराश होकर गांव लौटा और घर के सामने स्थित तीन मंजिला निजी नर्सिंग होम की छत पर चढ़ गया.
शरीर में आग लगाकर कूद गया नीचे
छत पर उनसे अपने पूरे शरीर पर केरोसिन तेल छिड़ककर आग लगा ली और फिर आत्महत्या करने की नियत से छत पर से कूद गया. घटना के तत्काल बाद परिजनों ने उसे मोतिहारी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. जानकारी अनुसार रोहित गुरुवार को एसपी से मिलने के लिए सुबह में ही एसपी कार्यालय पहुंचा था.
काफी हंगामे के बाद पहुंचे एसपी
एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों के साथ गहमागहमी के बाद मोतिहारी एसपी रोहित से मिले. लेकिन उसे पुलिस अधीक्षक से संतोषजनक जवाब नहीं मिला. ऐसे में गांव लौटकर उसने आत्मदाह कर ली. घटना के संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता के पिता और रोहित के दादा विजय अग्रवाल ने बताया कि एसपी ने अरोपियों को गिरफ्तार करने का प्रयास करने का आश्वासन दिया था. जबकि हत्या के पांच महीने बाद भी हत्या की साजिश करने वाले गिरफ्तार नहीं हुए हैं.
आत्महत्या के पहले की नारेबाजी
इधर, रोहित आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़ा था. ऐसे में सदमे में चल रहे रोहित ने गुरुवार को पुलिस को फोन कर 15 मिनट में कार्रवाई करने की धमकी दी. लेकिन पुलिस ने संज्ञान नहीं लिया, जिसके बाद उसने आत्मदाह कर ली. छत से कूदने के पहले रोहित ने प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाए.
बता दें कि 24 सितंबर, 2021 को हरसिद्धि प्रखंड कार्यालय गेट पर दिनदहाड़े बाइक सवार अपराधियो ने गोलियों से भूनकर आरटीआई कार्यकर्ता बिपिन अग्रवाल की हत्या कर दी थी. हत्या के पीछे दबंगों द्वारा हड़पे गए करोड़ों की जमीन मामले का खुलासा करना था. हत्या के बाद खूब बवाल मचा था.
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