Nalanda Violence: बिहार के रोहतास (Rohtas) जिले के सासाराम (Sasaram) और नालंदा (Nalanda) जिले के बिहारशरीफ (Bihar Sharif) में हुई हिंसा पर सियासत रुकने का नाम नहीं ले रही है. रामनवमी (Ramnavmi) पर सूबे के दो जिले में बड़े पैमाने पर हुई हिंसा और आगजनी की घटना के बाद विपक्ष के हमले झेल रही नीतीश (Nitish Kumar) सरकार पर अब सहयोगी आरजेडी (RJD) ने भी दबाव बढ़ा दिया है.

बिहार की सत्तारूढ़ दल राष्ट्रीय जनता दल के विधायक और विधानसभा में उप मुख्य सचेतक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने माना है कि दंगे को कंट्रोल करने में प्रशासन से चूक हुई है. इसके साथ ही उन्होंने DM और SP पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि दंगे की सारी प्लानिंग हुई और उनको पता भी नहीं चला, ये कैसे हो सकता है?

'दंगा बीजेपी की प्लानिंग'
इसके साथ ही आरजेडी नेता ने रामनवमी के जुलूस पर मस्जिद या मुसलमानों की ओर से पत्थर फेंकने की किसी भी वारदात से साफ इनकार किया. उन्होंने कहा कि कोई पत्थर नहीं फेंके गए. ये सारा का सारा बीजेपी की प्लानिंग थी. बीजेपी के लोग सूबे की सत्ता हाथ से जाने से खिसियाए हुए है. इसी खिसियाहट में ने राज्य का माहौल खराब करना चाहते हैं.

जेडीयू के मंत्री ने की प्रशासन की तारीफ
आरजेडी के नेता जहां हिंसा के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वहीं, बिहार सरकार में शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने दावा किया है कि प्रशासनिक कुशलता की वजह से बिहार में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़कने से रोक दिया गया. उन्होंने विपक्ष के इन आरोप को सिरे से नकार दिया कि सरकार हिंसा को रोकने में विफल रही. चौधरी ने कहा कि सरकार और प्रशासन की मुस्तैदी की वजह से वक्त रहते हिंसा की घटना पर काबू पा लिया गया. हालांकि, उन्होंने भी आरोप लगया कि बीजेपी ने बड़े पैमाने पर हिंसा की तैयारी की थी.


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