Samastipur News: कहने को तो हम 21वीं सदी में जी रहे हैं लेकिन अंधविश्वास का खेल आज भी जारी है. लोग भूत, पिशाच, काला जादू, टोना जैसी मानसिकता से नहीं निकल पा रहे हैं. पहले लोगों के लिए ओझा और तांत्रिक को बुलाया जाता था और अब बिजली के ट्रांसफार्मर के लिए भी बुलाया जाने लगा है. पूरा मामला समस्तीपुर का है. बीते गुरुवार (01 अगस्त) को शिवाजीनगर में अजब-गजब तस्वीर देखने को मिली.
दरअसल, गांव में लोगों ने बिजली के ट्रांसफार्मर से भूत-पिशाच के साए को हटवाने के लिए भगत को बुलाया और पूजा-पाठ करवाने लगे. मामला रहटौली गांव के एक दलित टोले का बताया जा रहा है. टोले में बिजली के ट्रांसफार्मर में बार-बार आग लग जा रही थी. एक दिन मिस्त्री ने लोगों को कह दिया कि लगता है इस ट्रांसफार्मर पर भूत-पिशाच का साया है. इसके बाद लोगों ने तांत्रिक को बुला लिया.
स्थानीय मुखिया की पहल पर हुई पूजा-पाठ
बताया जाता है कि ग्रामीणों ने स्थानीय मुखिया की पहल पर ट्रांसफार्मर के नीचे भगत बुलाकर गाजे-बाजे के साथ विधि विधान से पूजा-पाठ करवाई. इस दौरान भगत के शरीर पर देवता भी आ गए. उसने भगत को बताया कि उक्त ट्रांसफार्मर पर कोई भूत प्रेत नहीं है, बल्कि विभाग के मिस्त्री और जेई बदमाशी कर रहा है. बिजली विभाग की लापरवाही के कारण ही ट्रांसफार्मर ठीक नहीं हो रहा है. अंधविश्वास के चक्कर में इस अजूबे कहानी की खूब चर्चा हो रही है.
पंचायत के मुखिया ने क्या कहा?
पंचायत के मुखिया प्रेम कुमार सहनी ने बताया कि रहटौली पंचायत के वार्ड 5 में लगे ट्रांसफार्मर पर करीब 2 माह से खेल चल रहा है. विभागीय अधिकारी से लेकर प्रखंड स्तर तक के अधिकारी को कई बार सूचना देने के बावजूद भी इस पर संज्ञान नहीं लिया गया. नल जल भी बंद पड़ा हुआ है. ग्रामीण आकर हमारे घर पर कहते हैं कि कुछ कीजिए. बिजली पानी के लिए हम लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. मिस्त्री कहता है कि ट्रांसफार्मर पर भूत पिशाच है, इसलिए परेशान होकर लोगों ने भगत को बुलाकर झाड़-फूंक कराया.
इस संबंध में शिवाजीनगर के जेई आकाश वर्मा ने बताया कि मेरे संज्ञान में पहली बार यह मामला आया है. ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि ट्रांसफार्मर में एक-एक घंटा पर प्रॉब्लम होता था. मीडिया के माध्यम से ही जानकारी मिली है. स्थल का निरीक्षण करते हुए समस्या का समाधान कराया जाएगा.
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