गोपालगंज: कोरोना वायरस के ऑमीक्रॉन वेरिएंट को लेकर बिहार सरकार अलर्ट है. नए वेरिएंट से सावधान रहने के लिए लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं. इस दौरान गोपालगंज जिले में हाल के दिनों में जोखिम वाले देशों से आए पांच यात्रियों में कोविड-19 का संक्रमण पाया गया. ऐसे में इन सभी लोगों का सैंपल आईजीआईएमएस पटना में जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए भेजा गया है.
बीते महीने रिपोर्ट आया था पॉजिटिव
जीनोम सीक्वेंसिंग जांच रिपोर्ट बताएगी कि कोरोना के लक्षण वाले लोगों में ओमिक्रोन है या नहीं. फिलहाल, स्वास्थ्य विभाग को जीनोम रिपोर्ट के आने का इंतजार है. जिन लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, उनमें मर्चेंट नेवी के कर्मी के अलावा महाराष्ट्र से आए यात्री भी शामिल हैं. पिछले महीने आरटी पीसीआर जांच में इन सभी यात्रियों की रिपोर्ट को पॉजिटिव पाया गया था.
जीनोम सीक्वेंसिंग की जांच के लिए जिन लोगों के सैंपल भेजे गए हैं, उन्हें स्वास्थ्य विभाग की ओर से ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. रिपोर्ट आने तक सभी यात्रियों को होम आइसोलेशन में रहने को कहा गया है. साथ ही परिवार के सदस्यों को भी सावधानी बरतने को कहा गया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम सभी पांच यात्रियों पर कड़ी नजर रख रही है.
नोडल पदाधिकारी ने कही ये बात
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सीडीओ सह कोरोना के नोडल पदाधिकारी डॉ. संजीव कुमार का कहना है कि एक दिसंबर को बिहार सरकार का पत्र आया है कि आईजीआईएमएस, पटना में जीनोम सीक्वेंसिंग जांच की सुविधा उपलब्ध हो गई है. ऐसे में जितने भी पॉजिटिव मरीजों के सैंपल हैं, उन्हें वहां भेजा जाए, ताकि वेरिएंट की जांच हो सके. इसी वजह से तीन दिसंबर को पांच मरीजों के सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग जांच के लिए भेजा गया है.
उन्होंने कहा कि संक्रमित मरीजों में से एक का एक मरीज का ट्रेवल हिस्ट्री था. जो मर्चेंट नेवी में कार्यरत हैं, वो तुर्की से आठ नवंबर को गोपालगंज आए थे. जांच में संक्रमित मरीज की पत्नी का रिपोर्ट भी पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद आसपास में रहने वाले सभी लोगों की जांच कराई गई, जिसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव पाया गया.
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