बिहार: आरा नगर निगम में करोड़ों का घोटाला! एक काम के लिए कई बार राशि आवंटित करने का है आरोप
जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा ने कहा कि इस मामले में शिकायत मिली थी. लिखित शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जो भी दोषी होंगे, उनपर कार्रवाई की जाएगी.
आरा: बिहार का आरा नगर निगम गड़बड़ियों को लेकर हमेशा से सुर्खियां बटोरते रहा है. इसी क्रम में निगम एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार ऐसा मामला सामने आया है, जिससे कई लोग घेरे में आ गए हैं. दरअसल, आरा नगर निगम में एक ही योजना के लिए दो से तीन बार पैसे निकाले जाने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में सामाजिक कार्यकर्ता आकाश सिंह ने पत्राचार कर साक्ष्य के साथ शिकायत दर्ज कराई है.
फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद संवेदकों ने भोजपुर जिलाधिकारी, नगर विकास और आवास विभाग से लेकर मुख्यमंत्री तक इसकी शिकायत की है. इसके अलावा निगरानी विभाग को भी जांच के लिए पत्र भेजा गया है. पूरा मामला नगर आयुक्त द्वारा गलत तरीके से राशि निकासी कर उसे गबन करने का है.
शहर के वार्ड संख्या पांच और दस में यह मामला सामने आया है, जहां एक काम का एनआईटी के जरिये दो से तीन बार निविदा प्रकाशित कर दो करोड़ से अधिक की निकासी की गई है. आरोप यह है कि जिस योजना में मात्र 50 हजार रुपये का खर्च आता है, उसका प्राक्कलन साढ़े सात लाख रुपये का बनाया गया. वहीं, एक ही निविदा को दो से तीन बार प्रकाशित कराकर फर्जी तरीके से राशि की निकासी कर घोटाला किया गया है.
इधर, जब इस मामले में नगर आयुक्त से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मिलने से साफ मना कर दिया. साथ ही कॉल उठाना भी मुनासिब नहीं समझा. वहीं, इस मामले में संवेदक प्रशांत कुमार सिंह उर्फ भोलू सिंह ने आरोप लगाया कि नगर आयुक्त जब से यहां आये हैं, निगम को उन्होंने लूट का अड्डा बना दिया है. वो एक ही काम को बार-बार करवाते हैं और पैसों निकासी करते हैं. उन्होंने विभागीय रिकॉर्ड में दो करोड़ का काम किया है, जिसका हम ऑनस्पॉट सत्यापन कराएंगे.
उन्होंने बताया कि मामले में जिलाधिकारी को लिखित शिकायत की है. वहीं, जिस मोहल्ले में काम कराने के नाम पर कथित घोटाला किया गया है, उस मोहल्ले के लोगों ने बताया कि कई महीनों से गली खराब है. हमें भी जानकारी मिली है कि कई बार टेंडर पास किया गया है, लेकिन काम कभी नहीं किया गया. शिकायत करने के लिए फ़ोन करने पर नगर आयुक्त किसी का कॉल भी नहीं उठाते हैं. साथ ही उनका कहना है कि जिसको जो करना है वह कर सकता है.
इधर, इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी रौशन कुशवाहा ने कहा कि इस मामले में शिकायत मिली थी. लिखित शिकायत मिलने के बाद मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जो भी दोषी होंगे, उनपर कार्रवाई की जाएगी.
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