गोपालगंज: होली से पहले बिहार के गोपालगंज में जहरीली शराब पीने से सात लोगों की मौत हो गई है. मामला बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के अलग-अलग गांवों का है. दो दिनों में सात लोगों की मौत होने के बाद गांव में कोहराम मचा है. मृतकों के परिजनों ने शराब पीने से मौत होने की बात कही है. वहीं, डीएम नवल किशोर चौधरी स्वाभाविक मौत होने का दावा किया है. 


जानकारी के मुताबिक बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बसहां गांव निवासी देवेंद्र शर्मा और रमेश महतो समेत कई लोगों ने शुक्रवार की शाम एक साथ शराब का सेवन किया था, जिसके बाद रात होते-होते ही सभी की तबीयत बिगड़ने लगी. शनिवार की सुबह तक चार लोगों की मौत हो गई. वहीं, रविवार की शाम तक मृतकों की संख्या बढ़कर सात तक पहुंच गई. 


 






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मृतक के परिजनों ने लगाया आरोप


इस घटना की जानकारी पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई है. मृतक देवेंद्र शर्मा के पिता रामचंद्र शर्मा और रमेश महतो की पत्नी प्रमीला देवी ने कहा कि दोनों रात में शराब का सेवन करके घर आए थे, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई. वहीं, देवेंद्र शर्मा के पिता रामचंद्र शर्मा ने स्थानीय मुखिया और पुलिस पर जबरन अंगूठा का निशान लेकर शराब से मौत नहीं होने की बात कहने का दबाव बनाने का आरोप लगाया है. 


सोनवलिया कोड़र गांव के 35 साल के जयकिशोर यादव की मौत शराब पीने से हो गई. मृतक की बहन पूनम देवी का आरोप है कि बैकुंठपुर पुलिस घर पहुंची और पूछा कि शराब कहां बिक रही है. इसके बाद जुबान बंद रखने की नसीहत दी गई. वहीं, ज्यादा बोलने पर जेल भेजने की धमकी भी दी गई है. 


घर लौटने के वक्त पी थी शराब


वहीं, बैकुंठपुर के बसहां गांव निवासी मृतक देवेंद्र शर्मा के पिता रामचंद्र शर्मा को भी जुबान खोलने पर धमकी मिली है. स्थानीय मुखिया और गांव के दबंगों ने पुलिस की मौजूदगी में अंगूठे का निशान लिया है. साथ ही शराब की जगह बीमारी से मौत होने की बात बताने के लिए बार-बार दबाव बनाया जा रहा है. रामचंद्र शर्मा बताते हैं कि उनका बेटा फर्नीचर का काम करता था. मेहनत मजदूरी कर अपने पांच छोटे-छोटे बच्चों का पालन पोषण करता था. शुक्रवार की शाम में काम से लौटने के बाद पकड़ी मोड़ के पास उसने शराब पी ली थी, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ गई और घर आने के बाद रात में मौत हो गई.


डीएम के आदेश जांच में जुटी पुलिस


इधर, शराब से सात लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया. डीएम नवल किशोर चौधरी के निर्दोश पर सदर एसडीओ प्रदीप कुमार और एसडीपीओ संजीव कुमार के नेतृत्व में प्रशासन की टीम घटनास्थल पर जांच कर रही है. डीएम ने कहा कि खबर सामने आने के बाद टीम भेजकर जांच कराई गई, जिसमें सभी लोगों ने बीमारी से मौत होने की बात कही. डीएम ने स्वाभाविक मौत होने की बात बताते हुए शराब से मौत का खंडन किया है.


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