Elections 2024: बिहार में भीषण गर्मी के बीच मतदान प्रशासन के लिए चुनौती, जानें कैसी है तैयारी, क्या है डॉक्टर की सलाह?
Seventh Phase: बिहार में 1 जून को होने वाले मतदान को लेकर प्रशासनिक तैयारी लगभग पूरी है. शनिवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू होगा. मतदताओं से अपील है कि सुबह और शाम के समय वोट देने ज्यादा निकलें.
Lok Sabha Elections 2024: बिहार में शनिवार (1 जून) को सातवें और अंतिम चरण का मतदान होना है. यहां हीट वेव का कहर भी लगातार जारी है. ऐसे में चुनाव ठीक-ठाक संपन्न कराना प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है, वैसे भी बिहार में चुनाव कराना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं, उस पर ये गर्मी की मार प्रशासन के लिए ओवर टॉस्क से कम नहीं. हालांकि प्रशासन का दावा है कि तमाम बूथों पर अच्छे इंतजाम किए गए हैं.
मतदान के दिन कैसी है तैयारी?
पटना के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने लोगों को सलाह दी है कि फूल स्लीव की शर्ट और गमछा बांध कर घर से निकलें, इस बार गर्मी बहुत ज्यादा है और चुनाव कार्य भी संपन्न कराना है. पूरी व्यवस्था की गई है, ताकि लोगों को कोई परेशानी ना हो. धूप में खड़े रहने के समय टोपी पहने या माथे को ढकें पर्याप्त पानी पीते रहें.
डीएम शीर्षत कपिल ने बताया कि मेडिकल किट पोलिंग बूथ पर रखी गयी है. एम्बुलेंस की व्यवस्था भी की गई है. 4290 बूथ पर मेडिकल यूनिट गश्ती करती रहेगी. इमरजेंसी में मतदान कर्मी को कन्वर्ट भी किया जाएगा. मतदान कर्मियों के लिए ओआरएस और सत्तू का प्रबंध किया गया है.
क्या है डॉक्टर की सलाह?
वहीं आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने कहा कि कभी किसी ने इतनी गर्मी नहीं देखी. पहली बार ऐसा हुआ है कि गर्मी इतनी ज्यादा है. उन्होंने सलाह दी है कि बाहर निकलने के पहले संतुलित मात्रा में पानी पीकर निकलें. बच्चे बूढ़े खास तौर पर अपना ख्याल रखें. किडनी के पेशेंट डॉक्टर के कहे अनुसार पानी लें. गर्मी के कारण ब्रेन स्ट्रोक हो रहा है. एसी से निकलने के पहले टेम्परेचर मेंटेन करें. बीपी शुगर की नियमित दवा लें
मतदाताओं को करना होगा ये काम
आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने मतदताओं से अपील की है कि बदन ढके कपड़े पहने, लाइट कलर के कपड़े पहने. अच्छे से पानी पीकर निकालें. वोटिंग के लिए जाते समय छाता का प्रयोग करें. कम बाल वाले सिर ढक कर रखें. अर्ली मॉर्निंग मतदान करें, सुबह 7 से 11 बजे और शाम 4 से 6 मतदान करने का समय ज्यादा अच्छा होगा.
रिक्शे वाले ने बताई वोट की अहमियत
इन सब के बीच जब एबीपी न्यूज ने आम लोगों से बातचीत की तो एक 54 साल के रिक्शेवाले ने कहा कि गर्मी के कारण पैसेंजर छोड़ देते हैं. जब जान रहेगी तभी तो काम करेंगे. एक सवारी पहुंचाने के बाद छाया में आकर बैठ जाते हैं. गर्मी इतनी है कि रिक्शा चलाना मुश्किल हो रहा है, हालांकि वोट देने के सवाल पर बुजुर्ग रिक्शेवाले ने कहा कि क्यों नहीं देंगे, जरूर देंगे. वोट कैसे छोड़ देंगे. ये तो हमारा अधिकार है. पांच साल में एक बार आता है.
वहीं एक दूसरे व्यक्ति ने कहा कि गर्मी तो हमेशा ही ऐसी पड़ती है, लेकिन बारिश नहीं होने से स्थिति काफी बिगड़ गई है. स्थानीय प्रशासन के जरिए गर्मी को लेकर किए गए इंतेजाम पर उन्होंने कहा कि कोई व्यवस्था नहीं है. पीने का पानी चौक चौराहे पर नहीं मिलेगा. कहीं कोई छाया या शेड की व्यवस्था सरकार के तरफ से नहीं की गई है.
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