Sentenced To Life Imprisonment: बिहार के नालंदा में एक निर्मम हत्या के मामले में सोमवार को बिहारशरीफ व्यवहार न्यायालय ने दोषी करार दिए गए 15 लोगों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, जिसके बाद मृतक के परिवार वालों के चेहरे पर खुशी वापस आई है. मामला जमीन विवाद का था. जिस जमीन के लिए हत्या की गई थी, वह जमीन पर फसल अब नहीं होती है. यह जमीन जंगल का रूप ले चुकी है. घटना का कारण यह बताया गया था कि पिछले दस वर्षों से लगभग 50 बीघा जमीन को लेकर दो पक्षों में तनाव चल रहा था.


जमीन विवाद में हुई थी हत्या


घटना के दिन एक पक्ष ने विवादित खेत की जुताई करने के लिए चले गए थे और जुताई का काम किया जा रहा था, इसी को रोकने गए दूसरे पक्ष ने छुपकर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी थीं, जिसके बाद एक पक्ष के लोग भागने लगे. मगर दूसरे पक्ष के लोगों ने दौड़ा दौड़ाकर गोली शरीर में दाग दी थी.  बीते 27 सितंबर को एडीजे तीन अखौरी अभिषेक सहाय की अदालत ने 15 लोगों को हत्या के साथ जानलेवा हमला और सशस्त्र अधिनियम के तहत दोषी करार दिया था.


जिसके बाद आज सोमवार को इस मामले में आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है, सजा होने के बाद कोर्ट से बाहर आए पीड़ितों के चेहरे पर मुस्कान दिखी. वहीं सजा सुनाए जाने के बाद आरोपी के परिवार वाले के चेहरे पर मायूसी छा गई है, कोर्ट परिसर से लेकर आस-पास की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी थी.


दौड़ा-दौड़ा कर मारी गई थी गोली


बता दें कि जिले में तीन साल पहले जमीनी विवाद को लेकर अंधाधुंध फायरिंग की गई थी, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोगों को दौड़ा-दौड़ा कर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के बाद से यह मामला काफी सुर्खियों में आया था. बदमाश गोली मारकर जिले से भागकर दूसरे जिले चल गए थे. इस घटना के बाद सप्ताह भर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती हुई थी और गांव में पुलिस ने कैंप भी किया गया था.


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