(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Shelter Home Case: बालिका गृह में फिर शर्मसार हुई बेटी, कोर्ट में पीड़िता ने किया खुलासा, बताया- दूध में देते थे नशे की दवा
सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने बताया कि जिला स्तरीय टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी गई है. वहीं, राज्य स्तरीय जांच टीम भी पटना से रवाना हुई है. दो दिनों के अंदर जिला जांच टीम रिपोर्ट जमा करेगी.
गया: बिहार के गया जिले के बोधगया बालिका गृह में रहने वाली किशोरी ने बालिका गृह के कर्मचारियों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. नवादा सिविल कोर्ट के एसीजेएम-2 की कोर्ट में किशोरी के शपथ पत्र से इस बात का खुलासा हुआ है. शपथ पत्र में बताया गया है कि पीड़िता 13 जुलाई, 2021 से 10 अगस्त 2021 तक बालिका गृह में रही. इस दौरान वहां के मेंटल कक्ष में रात में उसका यौन शोषण किया जाता रहा.
शिकायत करने पर दी धमकी
पीड़िता ने बालिका गृह की मैडम और कर्मियों पर उसके साथ गलत करने का आरोप लगाया है. शपथ पत्र में उसने बताया कि रोज उसे रात के दूध में नशे की दवा दी जाती थी, जिससे वह बेहोश हो जाती थी. सुबह में होश में आने पर उसके शरीर में दर्द होता था व कपड़े अस्त-व्यस्त रहते थे. जब इसकी शिकायत उसने वहां की मैडम से की तो उसे डराया-धमकाया गया. मालूम हो कि नवादा सिविल कोर्ट के आदेश पर किशोरी को बोधगया के सक्सेना मोड़ स्थित बालिका गृह में रखा गया था.
जानकारी अनुसार पीड़िता नवादा जिले के वारसलीगंज थाना क्षेत्र की निवासी है. उसके पिता ने 28 जून को वारसलीगंज थाना में अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद वारसलीगंज थाना पुलिस ने किशोरी को 12 जुलाई को कोर्ट में पेश किया था. वहां 164 का बयान दर्ज कराया गया था. हालांकि, मामला प्रेम प्रसंग का निकला था.
परिजनों ने साथ रखने से किया इनकार
जानकारी अनुसार शादी का झांसा देकर युवक उसे इंदौर लेकर गया था, जहां किसी मंदिर में दोनों ने शादी कर ली थी. लेकिन युवक पहले से ही शादीशुदा था. किशोरी के इस बयान के बाद परिजनों ने उसे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद कोर्ट ने उसे बोधगया बालिका गृह भेजा था. लेकिन नवादा कोर्ट में किशोरी ने यौन शोषण का आरोप लगाकर गया जिले के बाल संरक्ष्ण इकाई के अधिकारियों की नींद उड़ा दी है.
मामला सामने आते ही विभागीय अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं. जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक दिवेश कुमार शर्मा ने बताया कि जिला स्तरीय टीम का गठन कर जांच शुरू कर दी गई है. वहीं, राज्य स्तरीय जांच टीम भी पटना से रवाना हुई है. दो दिनों के अंदर जिला जांच टीम रिपोर्ट जमा करेगी.
जांच के बाद सामने आएगी सच्चाई
उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से पांच महिला पुलिसकर्मी बालिका गृह में तैनात हैं, जो 24 घंटे ड्यूटी पर रहती हैं. चारों ओर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, यहां तक कि किसी भी प्रकार के निरीक्षण के समय भी महिला सदस्य को लेकर जाना अनिवार्य है. ऐसे में इस तरह की घटना होना असंभव है. फिलहाल, जांच जारी है. जांच के बाद सारी बातें सामने आएगी. किशोरी वारसलीगंज थाना क्षेत्र स्थित अपने घर में है.
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