Shyam Rajak Will Join JDU: श्याम रजक जेडीयू में एक सितंबर को शामिल होंगे. 22 अगस्त को उन्होंने आरजेडी के महासचिव पद और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया था. इसकी चर्चा पहले ही से ही थी कि वो जेडीयू में शामिल होंगे. कहा जा रहा है कि आरजेडी ने उन्हें फुलवारीशरीफ से टिकट नहीं दिया और एमएलसी भी नहीं बनाया. जिससे वो नाराज चल रहे थे.
आरजेडी से थी श्याम रजक को काफी उम्मीदें
विधानसभा चुनाव से एक साल पहले श्याम रजक का आरजेडी छोड़कर जेडीयू में जाना आरजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. श्याम रजक पहले भी आरजेडी से अलग होकर जेडीयू में शामिल हुए थे. वहीं, श्याम रजक एक से अधिक बार फुलवारी सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. उन्हें उम्मीद थी कि आरजेडी उन्हें फिर से फुलवारीशरीफ से टिकट देगी, लेकिन उनकी उम्मीद के मुताबिक उन्हें आरजेडी में जगह नहीं मिली. जिससे वो काफी मायूस थे.
श्याम रजक आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव थे. श्याम रजक ने अपने इस्तीफा देने के समय अपने दिल की बात भी लिखी थी. उन्होंने लिखा था, 'मुझे शतरंज का शौक नहीं था, इसलिए धोखा खा गया. तुम मोहरे चला रहे थे, मैं रिश्ते निभा रहा था.' वहीं उनके पार्टी छोड़ने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि जहां जा रहे हैं, ठीक रहें. चुनाव आने वाला है. लोग आते जाते रहेंगे. उनके जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
1995 में पहली बार आरजेडी ने दिया था टिकट
बता दें कि श्याम रजक 1995 से लंबे समय तक आरजेडी में रहने के बाद 2009 में वे जेडीयू में शामिल हो गए थे. सीएम नीतीश कुमार ने उन्हें जेडीयू में मंत्री भी बनाया था, लेकिन बाद में उन्होंने जेडीयू छोड़ दी और फिर 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले अगस्त 2020 में आरजेडी में शामिल हो गए. यहां उन्हें काफी उम्मीदें थीं, लेकिन पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय महासचिव का पद देकर छोड़ दिया था. अब श्याम रजक ने फिर से आरजेडी को अलविदा कह दिया और जेडीयू का दामन थामने वाले हैं.
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