बिहार: सीता मैया लगाएंगी चिराग पासवान की चुनावी नैया पार?
चिराग पासवान विजयदशमी के मौके पर बिहार के सीतामढ़ी में पुनौरा धाम स्थित माता सीता जन्मस्थान मंदिर पहुंचे. माना जा रहा है कि दर्शन करके उन्होंने बिहार की महिला मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है.
बिहार: चुनावी समर में इस बार भगवान राम की नहीं बल्कि उनकी पत्नी सीता माता की एंट्री हुई है. मां सीता की जन्मस्थली बिहार के चुनाव में इस बार अचानक माता सीता का नाम आने से उत्सुकता बढ़ गई है. लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने ये काम किया है.
चिराग पासवान रविवार को बिहार के सीतामढ़ी में पुनौरा धाम स्थित माता सीता जन्मस्थान मंदिर पहुंचे. यात्रा का मकसद तो विजयादशमी के दिन मां सीता के दर्शन करना बताया गया लेकिन इसके पीछे की राजनीति को समझना मुश्किल नहीं है. चिराग पासवान ने एक तीर से कई शिकार करने की कोशिश की है. सबसे पहले मंदिर में दर्शन करके उन्होंने बिहार की महिला मतदाताओं को लुभाने की कोशिश की है.
नीतीश कुमार का बड़ा वोट बैंक महिलाएं है
बिहार में करीब 3.40 करोड़ महिला मतदाता हैं और 2015 के विधानसभा चुनाव में इनमें से 60 फीसदी यानि 1.89 करोड़ से ज़्यादा महिलाओं ने वोट किया था. महिलाओं को नीतीश कुमार का एक बड़ा वोट बैंक माना जाता है. 2015 के चुनाव में नीतीश कुमार ने शराबबंदी का वादा किया था. ऐसा माना जाता है कि इस वादे का नीतीश कुमार को सीधा चुनावी फ़ायदा महिलाओं के समर्थन के तौर पर मिला.
लोजपा ने अपने 5 उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवार जेडीयू के खिलाफ उतारे हैं
अब जबकि शराबबंदी को लेकर बाकी पार्टियों के साथ-साथ चिराग पासवान भी सवाल उठा रहे हैं तो इन वोटरों को अपने पाले में लाने की चिराग पासवान की ये कोशिश है. इसके अलावा चिराग पासवान इस दांव के सहारे अपनी एक सॉफ्ट हिंदुत्व की छवि भी बना कर रखना चाह रहे हैं. याद रखिए कि लोजपा ने अपने 5 उम्मीदवारों को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवार जेडीयू के खिलाफ उतारे हैं. ऐसे में उनके मंदिर दर्शन को इन सीटों पर बीजेपी समर्थक लोगों के वोट तक पहुंचने की कोशिश भी कहा जा सकता है.
चिराग पासवान ने कहा कि एक हिन्दू होने के नाते वो मन्दिर में दर्शन करने पहुंचे हैं. अपने बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट विजन डोकुमेंट में चिराग पासवान ने वादा किया है कि अयोध्या में राम मंदिर की तर्ज़ पर सीतामढ़ी में मां सीता का एक भव्य मंदिर बनाया जाएगा और उसे एक धार्मिक पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा.
3.39 करोड़ महिलाएं बिहार में मतदाता हैं
मान्यता के मुताबिक सीतामढ़ी शहर से करीब 8 किलोमीटर दूर स्थित पुनौरा धाम गांव में ही माता सीता का जन्म हुआ था. मान्यता ये है कि मिथिला नरेश राजा जनक के राज में एक बार भीषण अकाल पड़ा जिसके बाद उनके पुरोहितों और ऋषियों ने उन्हें ख़ुद हल चलाकर खेती करने को कहा. पुनौरा धाम गांव में ही खेती करने के दैरान मां सीता मिट्टी के एक बर्तन में मिलीं.
ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक़ बिहार में कुल 7.12 करोड़ मतदाता हैं. जिनमें 3.79 करोड़ पुरुष जबकि 3.39 करोड़ महिलाएं हैं. कुल 7.15 लाख वोटर ऐसे हैं जो 18 - 19 साल के आयु वर्ग में हैं. महिलाओं की इसी बड़ी संख्या को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं चिराग पासवान.
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