सीवान: अयोध्या में बन रहे राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर देश भर में जश्न का माहौल है. अयोध्या में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की तारीख नजदीक आ रही है. 22 जनवरी 2024 को रामलला अपने घर में विराजमान होंगे. इसको लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. गुरुवार (04 जनवरी) को सीवान पहुंचे एआईएमआईएम (AIMIM) के प्रदेश अध्यक्ष और किशनगंज विधायक अख्तरुल ईमान ने बड़ा बयान दिया. कहा कि सेक्युलर स्टेट में आवाम के टैक्स के पैसे धार्मिक आयोजनों में नहीं लगाए जा सकते, लेकिन सबको ताक पर रखा जा रहा है.
अख्तरुल ईमान ने कहा कि अगर धार्मिक काम करने के लिए प्रधानमंत्री जाते हैं तो अपने निजी पैसे से फ्लाइट का टिकट कराकर जाएं. अगर धार्मिक काम में आवाम के टैक्स के पैसे से जाते हैं तो ये संविधान के विरुद्ध है और आवाम के पैसों का नाजायज इस्तेमाल है.
'ईवीएम पर भरोसा भी है... और नहीं भी'
वहीं अख्तरुल ईमान ने चुनावों को लेकर कहा कि उन्हें ईवीएम पर भरोसा है भी और नहीं भी है, कहीं पर यह सही काम करती है और कहीं पर नहीं. राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सत्ता के लोग एआईएमआईएम को इंडिया गठबंधन में शामिल होने नहीं देना चाहते, यह समझते हैं कि अगर इनको गठबंधन में शामिल किया तो इन्हें अगली पंक्ति में जगह देनी पड़ेगी. टोपी और चादर पहन लेने वाले नेताओं पर गौर करो किसी ने बाबरी मस्जिद तोड़ी है तो वहीं लालू-नीतीश ने मिलकर हमारी कयादत की मीनारें तोड़ी हैं. हम इसे माफ नहीं कर सकते.
पार्टी के नेता की हत्या पर जताया दुख
अख्तरुल ईमान ने यह बयान सीवान पहुंचने पर एक निजी होटल में प्रेस वार्ता के दौरान दिया है. इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के जिलाध्यक्ष आरिफ जमाल की हत्या को लेकर दुख जताया. उनके परिजनों को 50 लाख मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की सरकार से मांग की है.
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