सीतामढ़ी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में बुधवार को हुए भीषण बस हादसे में सीतामढ़ी जिले के छह मजदूरों समेत बिहार के 12 मजदूरों की मौत हो गई. जबकि छह से अधिक मजदूर जख्मी हैं. मृतकों और जख्मियों की पहचान सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर प्रखंड के कोठिया, बेलाही नीलकंठ और गुलरिया समेत अन्य गांवों के निवासी के रूप में की गई है.


जानकारी अनुसार हादसे का शिकार हुए सभी मजदूर धान की रोपनी करने के लिए पंजाब जा रहे थे. इधर, हादसे की खबर सुनकर गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया है. मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.


हादसे में इनकी हुई है मौत


उक्त बस हादसे में रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के खोपा गांव निवासी फकीरा महतो के बेटे इंदल महतो (25 वर्ष), बेलाही नीलकंठ के निवासी रूदल सहनी के बेटे मोनू सहनी (30 वर्ष), लक्ष्मी सहनी के बेटे जगदीश सहनी ( 40 वर्ष), बेलाही निवासी सीताराम के बेटे नरेश समेत अन्य लोगों की मौत हुई है.


जबकि जख्मियों में कन्हौली निवासी तारा पंडित के बेटे मिथिलेश, प्रकाश पंडित के बेटे सुरेश, कोठिया गांव निवासी महेंद्र सहनी के बेटे शंभू सहनी समेत अन्य शामिल  लोग शामिल हैं. मालूम हो कि इस भीषण बस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत कई अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. 


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हादसे में मृत 18 लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है और दुख की इस घड़ी में मृतक के शोक संतप्त परिजनों को धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. वहीं, मुख्यमंत्री ने हादसे में बिहार के रहने वाले मृतकों के परिजनों को 02-02 लाख रुपये देने का एलान किया है. वहीं, इस हादसे में घायल लोगों के समुचित इलाज कराने का एलान किया है.


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