Nawada Krishna Nagar Arson Case: नवादा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के देदौर कृष्णा नगर में हुई आगजनी मामले में शुक्रवार (20 सितंबर) को मुफस्सिल थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष निलेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया है. साथ ही उनसे स्पष्टीकरण की मांग भी की गई है. दरअसल एसआई निलेश ने 15 दिन पहले ही मुफस्सिल थाना में योगदान दिया था. एसपी अभिनव धीमन ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि थाना से घटनास्थल की दूरी काफी कम है. ऐसे में यह पाया गया है कि सूचना संकलन में कमी हुई है.


सूचना संकलन में बरती गई लापरवाही 


एसपी ने यह भी कहा कि सूचना संकलन में लापरवाही के बाबत पूरी जांच की जा रही है. जांच में अन्य की लापरवाही सामने आई तो उन पर भी कार्रवाई की जाएगी. एसपी ने बताया कि इस मामले में अब तक मुख्य आरोपित नंदू पासवान समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है अन्य संलिप्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.


उन्होंने यह भी बताया कि एफएसएल टीम ने घटनास्थल का मुआयना किया है. वहां से आवश्यक साक्ष्य और नमूने एकत्रित किए गए हैं. जिसकी जांच फोरेंसिक लैब में कराई जाएगी. पुलिस तकनीकी और वैज्ञानिक तरीके से पूरे मामले की जांच में जुटी है. उन्होंने कहा कि कृष्णा नगर की स्थिति पूरी तरह नियंत्रित है. 


बड़े वाहन से पहुंचे थे असामाजिक तत्व!


कृष्णा नगर में घटित आगजनी की घटना में एक बड़ी बात सामने आ रही है. पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि असामाजिक तत्व एक बड़े वाहन से गांव पहुंचे थे. ग्रामीणों की मानें तो बड़ी संख्या में दूसरे जिलों से लोगों को वारदात को अंजाम देने के लिए बुलाया गया था. लोगों की झोपड़ियों को जलाने के लिए पूरी प्लानिंग की गई थी. इसके बाद शाम ढलने पर असामाजिक तत्व कृष्णा नगर में नदी किनारे पहुंचे और वहां पर बसे लोगों की झोपड़ियों में आग लगा दी.


लोगों का मानना है कि बड़े पैमाने पर जांच होने पर हैरतअंगेज पहलु सामने आ सकते हैं. इधर, एसपी अभिनव धीमन ने कहा कि किसी वाहन से लोगों के पहुंचने की सूचना नहीं है. अभी तक के अनुसंधान में ऐसा कोई विषय सामने नहीं आया है. पीड़ित लोगों की तरफ से अब तक ऐसी कोई बात नहीं बताई गई है. इसके बावजूद यह विषय सामने आया है तो इसकी जांच कराई जाएगी.


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