वैशाली: बिहार के वैशाली जिला के कटहरा थाने में मंगलवार को कैदी की पुलिस हिरासत में संदिग्ध अवस्था में मौत हो गयी थी. मौत के बाद कैदी के परिजनों और ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया था. वहीं, महुआ विधायक ने दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए मृतक को न्याय देने की बात कही थी. ऐसे में मामले को तूल पकड़ता देख वैशाली एसपी ने कटहरा थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया.


जांच में जुटी एफएसल की टीम 


एसपी ने घटना के वक्त थाने में मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों के भूमिका की जांच के लिए जांच टीम बनाने का आदेश दिया है. वहीं, मौत मामले की जांच के लिए एफएसल की टीम को बुलाया गया , जिसने थाने से अहम सबूत इकट्ठा किए हैं. पुलिस अब भी मामले में स्पष्ट बोलने से बचती दिख रही है. ऐसे में मौत किन कारणों से हुई है इसका अब तक खुलासा नहीं हो पाया है.


कैदी के परिजनों ने लगाया आरोप 


मालूम हो कि वैशाली जिले के कटहरा थाने में मंगलवार की सुबह पुलिस हिरासत में संदिग्ध अवस्था में कैदी की मौत हो गयी थी. इस मामले में परिजनों का आरोप है कि पुलिस हिरासत में कैदी की बर्बरता से पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गयी. जबकि कुछ लोगों का कहना है कि मृतक ने खुद फांसी लगाकर आत्महत्या की है.


बता दें कि जिले के बहावलपुर निवासी अमरजीत चौधरी को सोमवार की देर रात कटहरा थाने की पुलिस ने हिरासत में लिया था. अमरजीत के पिता शत्रुधन रजक और पत्नी ने उसके खिलाफ थाने में मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी. उसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की थी. लेकिन मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गयी.


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