पटना: बिहार एसटीईटी का रिजल्ट जारी होने के बाद से हंगामा जारी है. अभ्यर्थी रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में शुक्रवार को अभ्यर्थी बिहार की राजधानी पटना स्थित बोर्ड ऑफिस पहुंचे और जमकर बवाल किया. इस दौरान उनके साथ सीपीआई एमएल के विधायक मनोज मंजिल और संदीप सौरभ भी मौजूद रहे.
गेट तोड़कर घुसे अंदर
विभाग की ओर से लगातार मिल रहे आश्वासन की वजह से अभ्यर्थियों में आक्रोश है. बिहार बोर्ड के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की मांग थी कि उन्हें ऑफिस के अंदर प्रवेश करने दिया जाए. लेकिन घंटों उन्हें अंदर प्रवेश नहीं करने दिया गया, जिससे नाराज अभ्यर्थियों ने गेट तोड़ डाला और ऑफिस के अंदर प्रवेश कर गए.
गेट टूटने की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी अभ्यर्थियों को समझा बुझाकर बाहर निकाला. बाहर आने के बाद अभ्यर्थियों ने कहा कि उनका रिजल्ट आ गया है, ऐसे में उन्हें नियुक्ति चाहिए. उनका कहना है कि शिक्षा मंत्री लगातार आश्वासन दे रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, जिस वजह से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
सीपीआई एमएल के विधायकों ने कही ये बात
अभ्यर्थियों ने कहा कि उन्होंने काफी मेहनत और पैसे खर्च करके पढ़ाई-लिखाई की, परीक्षा दिया, लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं निकला. सरकार ने कहा था कि सभी को नौकरी मिलेगी, लेकिन उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है. ऐसे में उन्हें नौकरी चाहिए.
वहीं, छात्रों के साथ प्रदर्शन में पहुंचे सीपीआई एमएल के विधायकों ने कहा कि यह सरकार नौकरी देना ही नहीं चाहती है. जो मेरिट लिस्ट जारी किया गया है, उसमें पूरी तरह से भ्रष्टाचार हुआ है. पार्टी अभ्यर्थियों का साथ देने के लिए प्रदर्शन कर रही है. वहीं, जब मॉनसून सेशन चलेगा तब पार्टी विधानसभा में भी यह सवाल उठाएगी. पिछले सेशन में भी पार्टी ने सवाल उठाए थे.
विधायकों ने कहा कि बिहार में कोई ऐसी सिंगल बहाली नहीं है, जिसमें घोटाला नहीं हुआ हो. एसटीईटी के परिणाम में जिनका भी मेरिट लिस्ट में नाम है, वह क्वालिफाइड नहीं है. वे लोग बैक डोर से मेरिट लिस्ट में आए हैं.
यह भी पढ़ें -
अजब-गजबः बिहार में वैक्सीन की जगह लगा दिया खाली इंजेक्शन, वीडियो वायरल होने पर खुलासा
‘रॉबिनहुड’ से ‘कथावाचक’ बने पूर्व DGP गुप्तेश्वर पांडेय, बिहार चुनाव में नहीं मिला था टिकट